स्थानीय सोनगिरी कुआं स्थित कार्यालय मंे गु्रप आॅफ भगत सिंह के सदस्यों की सामूहिक बैठक हुई। सर्वप्रथम बैठक में उपस्थित सदस्यों ने भगत सिंह के छायाचित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हें भावभिनी श्रद्धांजली अर्पित की।
प्रेस-नोट जारी करते हुए गु्रप के मीडिया प्रभारी जीतू बीकानेरी ने बताया कि सर्वप्रथम सभी सदस्यों ने एकमत से जहां एक ओर कालू भार्गव व ओमप्रकाश वैष्णव को अपना संरक्षक नियुक्त किया वहीं उपस्थित सदस्यों ने आम सहमति से अध्यक्ष पद हेतु नवल गिरी व महासचिव पद हेतु पवन राठी का नाम प्रस्तावित कर ध्वनिमत से तालियां बजाकर समर्थन किया। तत्पश्चात् अध्यक्ष नवल गिरी व महासचिव पवन राठी ने संयुक्त विचार-विमर्श करते हुए अपनी कार्यकारिणी का विस्तार किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी सदस्यों ने संरक्षक, अध्यक्ष एवं महासचिव के निर्विरोध चयन पर उन्हंे बधाई दी।
अध्यक्ष चयन के पश्चात् नवल गिरी ने बताया कि हमारे गु्रप की जहां एक ओर प्राथमिकता यह रहेगी कि सर्वप्रथम बीकानेर की आम जनता को स्वतंत्र भारत में हुए शहीदों की जीवनी से अवगत करवाना वहीं समय≤ पर उनकी जयंती मनाना, पुण्यतिथि मनाना व समय≤ पर वृहद्स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन कर सामाजिक क्षेत्र, शैक्षणिक क्षेत्र एवं धार्मिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले लोगों को सम्मानित करना भी रहेगा।
गु्रप के महासचिव पवन राठी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस गु्रप के गठन के पश्चात् प्रथम कार्यक्रम के रूप में आगामी 14 फरवरी 2023 वार मंगलवार को पब्लिक पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुलवामा हमलें में शहीद हुए देशभक्त सैनिकों की याद में ‘‘एक दीपक शहीदों के नाम’’ कार्यक्रम रखा गया है जिसके अन्तर्गत शहीद स्मारक पर दीपक जलाकर रौशन करते हुए शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित की जायेगी वहीं साथ ही गरीब एवं भूखे बच्चों को भोजन वितरण का कार्यक्रम भी होगा। इस अवसर पर अधिक से अधिक सदस्यों के उपस्थित होने की अपिल की गई है।
गु्रप आॅफ भगत सिंह कार्यकारिणी इस प्रकार है-
संरक्षक: कालू भार्गव एवं ओमप्रकाश वैष्णव
अध्यक्ष: नवल गिरी
उपाध्यक्ष: राजेश साध एवं रवि देवड़ा
महासचिव: पवन कुमार राठी
कोषाध्यक्ष: तोलाराम सियाग
सांस्कृतिक मंत्री: नन्दकिशोर गहलोत
शिक्षामंत्री: महेन्द्र कुमार प्रजापत
मीडिया प्रभारी: जीतू बीकानेरी
प्रचार मंत्री: विशाल रामावत, संदीप सिंह राठौड़ एवं वाजिद बागवान
सलाहकार मंत्री: नत्थूलाल भाटी, राहुल जयपाल एवं शंकर सुथार
