
राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी से बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान की टीम ने की शिष्टाचार मुलाकात
मुलाक़ात के दौरान दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर की चर्चा व बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान पर लिखित पुस्तक की भेंट
राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार फारूक आफरीदी ने बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान व डिवाइन स्टूडियो झुंझुनूं की ओर से किये जा रहें कार्यो की सराहना की
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर की शुभकामनाएं प्रेषित, मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी ने दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री से मिले बधाई संदेश को टीम सदस्यों को किया भेंट
जयपुर – (राजस्थान) -: बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान व डिवाइन स्टूडियो झुंझुनूं की पहल एवं त्रिदेव नंदी गौ सेवा समिति जालिमपुरा द्वारा आयोजित दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर राजभवन में राज्यपाल कल्याण मिश्र व सचिवालय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी से बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक कवि हरीश शर्मा, अभियान सह-संयोजक आकाश झुरिया व यात्रा संयोजक मन्नू परदेशी व सुरज सैन ने दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर चर्चा करते हुए शिष्टाचार मुलाकात की। मुलाक़ात के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी को बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान पर लिखित पुस्तक भी भेंट की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी के द्वारा दिव्य ज्योति यात्रा के पोस्टर का विमोचन भी किया गया।
राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार फारूक आफरीदी ने बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान व डिवाइन स्टूडियो झुंझुनूं की ओर से किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की।
ज्ञात रहे इस दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी ने दिव्य ज्योति यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री से मिले बधाई संदेश को टीम सदस्यों को सचिवालय में भेंट किया।
यात्रा संयोजक मनोज मन्नू परदेशी ने जानकारी देते हुए बताया कि ये दिव्य ज्योति यात्रा 7 मई को झुंझुनूं से प्रारम्भ होकर सम्पूर्ण राजस्थान की 5500 किलोमीटर से अधिक की 21 दिवसीय आध्यात्मिक व जन जागरूक रथ यात्रा कार्यक्रम रहेगा। यात्रा के दौरान पूरे राजस्थान में पक्षियों के लिए 2016 परिंडे लगाये जायेंगे। दिव्य ज्योति यात्रा का उद्देश्य लोगों को प्रकृति से जोड़ना है और इसकी टैग लाइन भी यही है – आओ जुड़े प्रकृति के साथ। इस यात्रा में लोगो को हरित क्रांति के लिए भी जागरूक किया जायेगा। इतिहास की ये पहली ऐसी यात्रा है जो मूक पशु-पक्षियों एवं पर्यावरण सरंक्षण के लिए निकाली जाएगी। इस अवसर पर अभियान के संयोजक कवि हरीश शर्मा, अभियान के सह-संयोजक आकाश झुरिया व यात्रा संयोजक मनोज मन्नू परदेशी उपस्थित रहे।