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“दिल को समझाने तेरी याद चली आई है” – दिनेश दिवाकर पारसू गायक तलत महमूद पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि

बीकानेर। पार्श्व गायक रहे तलत महमूद आज से ठीक 25 वर्ष पहले   9 मई1998 को हिंदुस्तानी फिल्मों के इस बेहतरीन गुलूकार ने इस फानी दुनिया को अलविदा कहा था। मंगलवार उनकी 25 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आनंद निकेतन भवन में पार्थ म्यूजिकल ग्रुप की ओर से श्रद्धांजलि स्वरूप स्थानीय कलाकारों के द्वारा उनके गायें गीतों का कार्यक्रम आयोजन किया । पार्थ म्यूजिकल ग्रुप के अध्यक्ष दिनेश दिवाकर ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व न्यास अध्यक्ष एवं कांग्रेस पीसीसी सदस्य हाजी मकसूद अहमद थे, अध्यक्षता राजस्थानी भाषा फिल्मों के निर्माता निर्देशक पूनम मोदी ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर जीएसटी अधिकारी राजीव मित्तल, समाज सेवी सुशील यादव, मनोज कुमार मोदी, एनडी कादरी, शिवाजी आहूजा, भाजपा नेता त्रिलोक सिंह, अकरम नागोरी, सलीम भाटी सहित आदि संगीत प्रेमी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एंकर कुलदीप रील ने किया।
इस अवसर पर स्वर शृंगार कला केंद्र समिति के द्वारा  गायकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने पर दिनेश दिवाकर का समिति प्रतीक  चिन्ह सम्मान के तौर पर मोमेंटो, शॉल एवं माला पहनाकर सम्मानित किया ।
 स्थानीय कलाकार जिनमें पूनम मोदी, राजीव मित्तल, दिनेश दिवाकर,  महेश कुकरेजा, शानू कच्छावा,  हितेंद्र व्यास, रामकिशोर यादव, रेणु शर्मा, महेश खत्री, अरूण पांडे,राम व्यास, कैलाश खरखोदिया, राजेश पांडे, सीएम हर्ष, शैलेन्द्र सिंह चौहान सहित इत्यादि कलाकारों ने
ऐ मेरे दिल कहीं और चल,  एक मैं हूं एक मेरी बेकसी की शाम है, शामे गम की कसम, मितवा लागी रे ये कैसी अनबूझ आग, किसको खबर थी किसको यकीन था, जाएं तो जाएं कहां,  जलते हैं जिसके लिए,  फिर वही शाम, वही गम, वही तन्हाई है वगैरह वगैरह गीत गाकर कार्यक्रम में वाही वाही लूटी। 

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