
आदि गणेश भक्त मंडल द्वारा आयोजित भागवत कथा के आखरी दिन की कथा में आचार्य पंडित सुनील व्यास ने कथा का वाचन करते हुवे सुदामा चरित्र का वर्णन किया और कहा की हर व्यक्ति सुदामा ही भक्त का परमात्मा से मिलन ही सुदामा चरित्र ही और अगर मित्रता करनी हो तो कृष्णा सुदामा जैसी करो
प्रकृति से चाहे तो मनुष्य बहुत कुछ सीख सकता है लेकिन बिना गुरु के संभव नहीं हे। चोबिश गुरुओं का वर्णन करते हुवे कहा की प्रकृति की हर वस्तु हमे कुछ सिखाती है बस जिज्ञासु भाव होना चाहिए ।
आदि गणेश भक्त मंडल के संचालक अविनाश चंद्र व्यास ,कैलाश पारीक, मनोज बिस्सा, संपत पारीक,जितेंद्र श्रीमाली,खेमजी सोनी, किशन व्यास,राजू खंडेलवाल, सोमदत्त पुरोहित नित्यानंद पारीक रामजी व्यास ने सभी भक्तो का धन्यवाद ज्ञापन किया ।
आज कथा की पूर्णाहुति हुई और सभी भक्तो ने सोभा यात्रा में भाग लिया और रमसा व्यास, नागेश व्यास किशनजी किराडू ने भजनों से मंत्रमुग्ध किया आचार्य दीपक व्यास ने पूजा करवाई ।