*आज शिक्षक दिवस है ,……*
एक ऐसा दिन जो उस व्यक्ति की याद दिलाता है जिसका निर्माण देने के लिये ही होता है ,लेने के लिए नहीं। ….
जीवन के इतने बसंत बीत जाने के बाद भी हमारे गुरुजन आज भी यादों मे उसी तरह ताजा है ,
झील के मीठे पानी की तरह ,…
आज जो कुछ भी हूँ ये सब उन्ही के त्याग का प्रतिफलन है ,
जीवन मे एक शिक्षक सदैव निर्माण की प्रक्रिया मे लगा रहता है ,
वह खुद तपता है और हमे तपाता भी है ,
खुद जलता है और हमे ज्ञान की रोशनी देता है ,
वह जीवन जगत का पथ प्रर्दशित करता है ,
बच्चो की ख़ुशी ही उसकी ख़ुशी होती है और बच्चो के आँसू भी उसके ही होते है,
इसलिये उन्हे धरती के भगवान की संज्ञा दी गई है। …आज का दिवस यही कहता की दुनिया के सभी शिक्षक वंदनीय है ,अपने सभी शिक्षकों को नमन। …….
Salutes all the Teachers
✍प्रकाश सामसुखा
