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रेलवे पुलिस के अधिकारियों
व जवानों ने की ध्यान-साधना कार्यशाला…

ध्यान साधना से अंतरमन में सुख-शांति और आनंद की प्राप्ति संभव-बी.के.कमल

बीकानेर, 6 सितम्बर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय के संभागीय केन्द्र सार्दुलगंज (बीकानेर) में बुधवार को केन्द्र प्रभारी बी.के.कमल के सान्निध्य में रेलवे पुलिस फोर्स बीकानेर डिवीजन की कार्यशाला ’’हर घर ध्यान’’ आयोजित की गई। कार्यशाला में बीकानेर मंडल के रेलवे पुलिस के 60 जवानों व अनेक अधिकारियों ने राजयोग ध्यान साधना, ध्यान से होने वाले शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बारीकी से जानकारी हासिल की।
मेडिसन एंड मेन्टल हैल्थ वर्कशॉप संग ब्रह्माकुमारी’ज’’ नामक कार्यशाला में बी.के.कमल ने कहा कि पुलिस के अधिकारियों व जवानों को बदलते युग में अपराधों व उसकी अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए शारीरिक व मानसिक कष्ट भोगना पड़ता है। मजबूत मनोबल के साथ परमात्म स्मरण करते हुए ध्यान साधना से मानसिक स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। पुलिस फोर्स में तनाव को नियंत्रित किए बिना पुलिस जवानों व अधिकारियों के परिवार तक स्थिति बिगड़ जाती है। पारिवारिक कलह, अशांति, नशाखोरी की प्रवृति बढ़ती है। तनाव में कई जवान व अधिकारी अपने सहकर्मियों के साथ भी संतुलित व सद्व्यवहार नहीं रख सकते। कई बार कानून के रखवाले ही कानून हाथ में लेकर अपराध कर बैठते है।
बी.के.कमल ने कहा कि राजयोग के माध्यम से व्यक्ति अपनी आत्म स्वरूप में स्थित रहते हुए वास्तविक रूप से परमात्मा से जुड़ जाता है। साधक के अंतर मन से शांति, आत्मानंद व प्रेम की अनुभूति करता है। ध्यान साधना करने वाले साधक के संकल्पों, अच्छाइयों व सद्व्यवहार का गुण उसकी आत्म उन्नति करता है । राज योग के माध्यम से हमें सुखद विचारों को अपने मन में लाने की कला सिखाई जाती है। जब हमारा मन सुखद विचारों में रमण करता है, तो हमारा अंतरमन सुख-शांति और आनंद से भरपूर होता है। ध्यान- साधना, साधक के व्यक्तित्व में झलकती है। राजयोग को शुभ योग कहा जाता है, जिसमें साधक अपने अच्छे कर्मों के सबसे शुभ फल प्राप्त करता है, उससे भौतिक के साथ आध्यात्मिक सुख की प्राप्ति होती है। राजयोग साधक जीवन में सुख-दुख आदि विपरीत परिस्थितियों में समता भाव रखते हुए जीवन में सफलता प्राप्त करता है। कार्यशाला में रेलवे पुलिस फोर्स के मंडल सुरक्षा आयुक्त संजय पइसे, पूर्व सहायक सुरक्षा आयुक्त करण सिंह, लोक अभियोजक शंभू दयाल, निरीक्षक कविता, नीलू गोठवाल, विनोद जांगड़े व सभी जवानों ने कार्यशाला को उपयोगी बताया । बी.के.कमल की ओर से सभी जवानों व अधिकारियों को शुभ संकल्प दिलवाया तथा व्यसन व नशा नहीं करने, नियमित ध्यान साधना का संकल्प दिलवाया।

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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व
विद्यालय में जन्माष्टमी महोत्सव कल
बीकानेर, 6 सितम्बर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संभागीय केन्द्र सार्दुल गंज व उप केन्द्र रानीसर बास में गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव ’’जन्माष्टमी’ सचेतन झांकियों व भक्ति संगीत के साथ मनाया जाएगा।
विश्व विद्यालय की संभागीय प्रभारी बी.के.कमल ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की सचेतन झांकियां प्रदर्शित की जाएगी। केन्द्र में आने वाले अनुयायियों को राजयोग का ध्यान करवाया जाएगा । भगवान कृष्ण के आदर्शों, लीलाओं के धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व पर विशेष प्रवचन होगा। उन्होंने बताया कि झांकियों के लिए अनेक कार्यकर्ता एक सप्ताह से तैयारियों में लगे है। झांकी स्थल पर विशेष रोशनी की जाएगी।

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