आज स्थानीय जस्सूसर गेट के अन्दर स्थित रामनाथ सदन में नौ दिवसीय रामकथा का शुभारंभ हुआ। प्रेस-नोट जारी करते हुए समिति सदस्य पवन राठी ने बताया कि कथा से पूर्व डागा चैक, बी.के. स्कूल के पास स्थित हनुमान मंदिर से रामकथा वाचक भरत शरण जी महाराज के सानिध्य में कलश यात्रा प्रारंभ हुई जो विभिन्न मार्गों से होते हुए कथा स्थल रामनाथ सदन पहुंची। जहाँ समिति सदस्यों ने कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया। समिति संयोजक नारायण डागा ने बताया कि कलश यात्रा में नौ दिवसीय कथा के सभी यजमानों ने सपत्नीक भाग लिया, वहीं अनेक भक्तों ने भी इस यात्रा में हरी कीर्तन करते हुए सहभागिता निभाई। कलश यात्रा में शामिल पुरुष वर्ग ने जहां एक ओर सफेद कुर्ता-पायजामा पहने हुए थे वहीं महिलाओं ने एक जैसी चुनरी की साड़ी पहन रखी थी।
समिति उपाध्यक्ष घनश्याम कल्याणी ने बताया कि आज की कथा प्रारंभ होने से पूर्व आज के यजमान प्रमुख देवकिशन चाण्डक, हेमू देवश्री तथा नवरतन दम्माणी ने व्यासपीठ व रामायण पुस्तक का पूजन किया।
समिति मंत्री जगदीश कोठारी के अनुसार आज कथा के प्रथम दिवस पर भरत शरण जी महाराज ने सर्वप्रथम मंगलाचरण के अन्तर्गत भगवान गणेश, गुरुवंदना, हनुमान स्तुति व गोस्वामी तुलसीदास जी की स्तुति करते हुए उनकी संक्षिप्त कथा का श्रवण करवाते हुए रामचरितमानस के सभी नौ सौपानों का महत्त्व बताया। उन्होंने बताया कि कल दिनांक 23.12.2022 वार शुक्रवार की कथा मंे प्रथम सत्र में शिव-पार्वती विवाह की कथा होगी, वही द्वितीय सत्र में भगवान राम का जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया जायेगा।
समिति कोषाध्यक्ष व सदस्य नारायण दम्माणी ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि कथा का प्रतिदिन समय दोपहर 11ः50 से शाम 5ः30 बजे रहेगा। याज्ञवल्क्य दम्माणी के अनुसार समिति द्वारा नियमित कथा श्रवण करने वाले श्रोताओं हेतु वी.आई.पी. पास जारी किये गये हैं तथा कथास्थल पर बैठने के लिए अयोध्या, काशी, चित्रकुट, गोवर्धन, द्वारिका, गोकुल, वृंदावन, मथुरा तथा रामनाथ सदन नामक अलग-अलग ब्लाॅक की सुविधा प्रदान की गई है।