राजस्थान पेंशनर्स मंच के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री सूरज प्रकाश टाक ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उक्त बैठक में राज्य सरकार की ओर से:- 1- वित्त सचिव (बजट), 2- निदेशक चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य सेवाएं, 3- निदेशक लेखा एवम् कोष, 4- निदेशक पेंशन विभाग, 5- सयुंक्त शासन सचिव बीमा विभाग, 6- सयुंक्त शासन सचिव (नियम- II), 7- निदेशक परियोजना (आरजीएचएस) शामिल हुए।
बैठक में निम्न मांगो के बारे में राज्य सरकार एवम् पेंशनर्स मंच के बीच सिद्धांत: सहमति बनी:-
*1-* पेंशनर्स को 61 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर पेंशन अभिवृद्धि 1 प्रतिशत, 62 वर्ष पूर्ण होने पर 2 प्रतिशत, 63 वर्ष पूर्ण होने पर 3 प्रतिशत, 64 वर्ष पूर्ण होने पर 4 प्रतिशत, 65 वर्ष पूर्ण होने पर 5 प्रतिशत। इस प्रकार पेंशनर्स की 80 वर्ष आयु पूर्ण होने तक 20 प्रतिशत की पेंशन अभिवृद्धि का लाभ मिल सकेगा।
*2-* पेंशन कम्युटेशन तथा उसके बाद पूर्ण कम्युटेशन की बहाली की समयावधि 14 वर्ष के स्थान पर 10 वर्ष की जाएं।
*3-* पूर्व में पेंशनर्स को विटामिन/कैल्शियम की दवाईया नि:शुल्क मिला करती थी उन्हें पुनः चालू की जाएं।
राजस्थान पेंशनर्स मंच की ओर सर्व श्री कैलाश क्रान्तिकारी प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान पेंशनर्स मंच से निम्न प्रदेश/ जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे:- 1- सत्यनारायण पंवार (सभागीय अध्यक्ष सीकर), 2- नाथूलाल पाटीदार (सभागीय अध्यक्ष बांसवाड़ा), 3- मानसिंह वर्मा (सभागीय अध्यक्ष अजमेर), 4- बनवारी शर्मा (सभागीय अध्यक्ष बीकानेर), 5- लखपत राज सिंघवी (सभागीय अध्यक्ष पाली) एवम् करीब 20 जिलों के जिलाध्यक्ष मौजूद रहे।
इस प्रकार जयपुर स्थित राजस्थान पेंशनर्स मंच के निम्न पदाधिकारी उपस्थित रहे:- सर्व श्री कैलाश क्रान्तिकारी, सूरज प्रकाश टाक, मुकुट बिहारी शर्मा, कजोड बेरवा, अनिल त्रिवेदी, जी बी मिश्रा, उदल सिंह राजावत, गजेन्द टाक, महावीर सिंह चौहान, नानगराम चौधरी, फतेह बहादुर, चन्द्रशेखर गुर्जर, विजय उपाध्याय, मिठ्ठू लाल खीची, बी डी टेकवानी, अशोक राजपूत, दौलत सिंह बडगुर्जर इत्यादि मौजूद रहे।

