बीकानेर, 03 दिसम्बर। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के जैनाचार्य जिन पीयूष सागर सूरीश्वर महाराज 10 मुनिवृंद के साथ मंगलवार को नाहटा चौक के सुपार्श्वनाथ मंदिर में स्नात्र पूजा, मूर्तियों के उत्थापन के बाद भगवान आदिनाथ मंदिर में दर्शन वंदन करने के बाद मेड़ता के लिए विहार किया। उनका पहला पड़ाव गंगाशहर के हरख मणि व उदयरामसर रहा। वे मंगलवार को देशनोक के लिए विहार करेंगे।
नाहटा चौक के 210 वर्ष प्राचीन मंदिर सुपार्श्वनाथ मंदिर का आमूलचूल जीर्णोंद्धार करवाया जाएगा। मंदिर की 28 जिन प्रतिमाओं, सहित 30 प्रतिमाओं को चल प्रतिष्ठा मंदिर परिसर के हॉल में आचार्यश्री व बीकानेर के मुनि सम्यक रतन सागर महाराज आदि ठाणा ने मंत्रोच्चारण से करवाई। आचार्यश्री ने देशना में कहा कि वर्षावास के दौरान ज्ञान को जीवन का अभिन्न अंग बनावें तथा देव, गुरु व धर्म के प्रति समर्पण व निष्ठा भाव रखे।
श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ, मंत्री मनीष नाहटा, मंदिर श्री आदिश्वर भगवान ट्रस्ट के लालजी नाहटा, जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ ट्रस्ट के सदस्य व पदाधिकारियों, श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के सदस्य पवन खजांची, पवन बोथरा, गणेश बोथरा, श्री विचक्षण महिला मंडल, सामयिक मंडल व ज्ञान वाटिका के बच्चों ने मंगलभावना के साथ जैनाचार्य व मुनिवृंद को विदा किया।