भामाशाह जैन ने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का कराया पुनरुद्धार,बच्चे सीखेंगे पढ़ाई का नया कॉन्सेप्ट श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर। तोलाराम मारू
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ग्रामीण क्षेत्रों की आंगनबाड़ियों में बच्चों को अक्षर ज्ञान करवाने और व्यवहार कुशल बनाने के लिए कार्टून कैरक्टर के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाएगी ताकि बच्चे जल्दी सिख सकें। आंगनबाड़ी के भवनों की दीवारों पर पशु-पक्षियों के चित्र, माप तौल के चित्र, गिनती के चित्र आदि बनाए जा रहे हैं। क्षेत्र के गांव मोमासर में जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार थोड़े समय में इस कार्य को अंजाम दिया गया। ग्राम पंचायत ,मोमासर की देखरेख में इस पुराने भवन का पुनरुद्धार भामाशाह के एल जैन ने सुमेरमल पटावरी ट्रस्ट के माध्यम से करके इसे आंगनबाड़ी केंद्र के नए रूप में विकसित किया गया है। ट्रस्ट से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता विद्याधर शर्मा ने बताया कि पांच लाख दो हजार की लागत से निर्मित इस माँ सरस्वती के मंदिर से बच्चों को रंग-बिरंगे भित्ति चित्रों के माध्यम से सिखाया जाएगा जिसके कारण उनके अंदर सीखने की प्रवृति पैदा होगी और बच्चे पढ़ाई से भागेंगे नहीं। साथ ही छोटी वाटिका का निर्माण भी जैन द्वारा किया गया है।सरपंच सरिता संचेती ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देश पर अल्प समय मे भामाशाह जैन ने गावँ के लिए पुण्य कार्य किया है ग्रामपंचायत साधुवाद देती है। के एल जैन समय समय पर सहयोग करते रहते हैं।।