धर्मपाल सारस्वत – सारस्वत ब्राह्मण समाज की विश्व की अग्रणी संस्था ऑल इंडिया सारस्वत कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा सारस्वत बैंक के तत्वावधान में आयोजित सवर्ण जयंती समारोह 2022 में सामाजिक विकास कार्यों और लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए राजस्थान सारस्वत ब्राह्मण के प्रबुद्धजन “सारस्वत अभिमान” सम्मान से सम्मानित किया गया । आईईएस ओपन ग्राउंड राजा शिवाजी विद्या संकुल दादर मुंबई में 12 नवंबर को सुबह नौ बजे से रात्रि 9 बजे तक चले इस आयोजन में देशभर से आए सभी राज्यों के कलाकारों ने अपनी शानदार सांस्कृतिक व कलात्मक प्रस्तुतियां प्रदान की ।
इस आयोजन में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, सारस्वत बैंक के चेयरमैन गौतम ठाकुर, सुप्रसिद्ध अभिनेत्री अमृता राव, वर्षा उसगांवकर, टाटा समूह के शीर्ष पदों पर रहे सुप्रसिद्ध उद्योग सलाहकार प्रवीण पी कडले, कश्मीरी पंडित एसोसिएशन के अध्यक्ष के के खेमू व सुप्रसिद्ध कश्मीरी मुद्दों के चिंतक डॉ अग्निशेखर, श्री चित्रापुर मठ के धर्म प्रचारक डॉ चैतन्य गुलवाड़ी, राष्ट्रपति भवन में सुरक्षा सलाहकर रहे कर्नल अशोक किनी, मथुरा उत्तरप्रदेश से अनूप सारस्वत, पुष्कर से गणपत (पप्पूजी) सारस्वत समेत सारस्वत ब्राह्मण समाज के विभिन्न क्षेत्रों से गणमान्य मौजूद रहे, राजस्थान सारस्वत ब्राह्मण समाज से 100 से ज्यादा सदस्यों का दल शनिवार सुबह रेलमार्ग से दादर मुंबई पहुंचा तथा आयोजन में शामिल हुआ, एससीएल फाउंडेशन भारत के नेतृत्व में पहुंचे दल को आयोजन में “राजस्थान की संस्कृति” से परिचय करवाकर प्रस्तुति देनी थी जिसके लिए कोलकाता में रहने वाले तथा मूल बीकानेर से विजय ओझा ने राजस्थानी लोकगीत से अपनी प्रस्तुति दी वहीं गायक जगदीश प्रसाद सारस्वत बिरमाणा तथा मदन सारस्वत कपूरीसर ने भी राजस्थानी कला और संस्कृति की छटा बिखेरते हुए अपने अपने सुरीले अंदाज से लोकगीत प्रस्तुत किए, वहीं मुदित सारस्वत ने अपने द्वारा बनाई गई चित्रकारी की प्रस्तुति सभी के सामने रखी, एससीएल फाउंडेशन द्वारा सभी आयोजक सदस्यों को राजस्थानी संस्कृति से संबंधित पगड़ी पहनाकर सभी को सम्मानित किया, वहीं ईश्वरराम सारस्वत राजेरा, गोपाल गुरावा पायली, हरिदत्त सारस्वत कालू, प्रेम कुमार ओझा नापासर, घेवरचंद तावनिया जोधपुर, सम्पत सारस्वत बामनवाली का ऑल इंडिया सारस्वत कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा “सारस्वत अभिमान” से सम्मान किया गया। सभी छः सदस्यों को आयोजको ने मोमेंटो देकर व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया वहीं गोपाल गुरावा पायली, घेवरचंद तावनिया जोधपुर, सम्पत सारस्वत बामनवाली ने अपनी बात मंच से रखी तथा सारस्वत समाज को आगे बढ़ाने तथा बालिका शिक्षा, रोजगार तथा समाज कल्याण कारी कार्यों को निरंतर करवाने पर जोर दिया, यात्रा समिति के सदस्य द्वारकाप्रसाद सारस्वत रूनिया बड़ाबास ने बताया कि अगला सम्मेलन “विश्व सारस्वत सम्मेलन – 2023” राजस्थान में करवाकर पूरे विश्व के सारस्वतों को आमंत्रित करके एक मंच पर लाकर एकता का परिचय देकर पूरे समाज को एकसूत्र में पिरोने का कार्य किया जाएगा, राजस्थान से मुंबई पहुंचे सभी सदस्यों ने आयोजन के बाद सिद्धि विनायक मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर तथा गेटवे ऑफ इंडिया से समुंद्र भ्रमण कर यात्रा का लुत्फ उठाया।