
भारत वर्ष में 2 अक्टूबर के दिन महात्मा गांधी की जयंती के साथ देखा जाए तो सही मायने में भारत के महान जन हितैषी भारत रत्न प्रधान मंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती भी है जिसे मॉर्डन मार्केट स्थित में मेरा बीकानेर मेरा गौरव के जिला अध्यक्ष ने अपने साथियों व मजदूर भाईयों के साथ मनाई कहा सही मायने में अगर लाल बहादुर शास्त्री की अकाल मृत्यु नहीं होती इनकी मृत्यु पर कई तरह की चर्चाएं भी हुए की इनकी मृत्यु नहीं हुई इन्हे मारा गया है ये रहस्य ही रह गया जनता ने धीरे धीरे इन्हे भुला सा दिया याद करते हैं तो सिर्फ जयंती, पुण्य तिथि पर जिनकी भारत के प्रति सोच देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने की बजाय गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना चाहिए जो शासन करते हैं उन्हें देखना चाहिए कि लोग प्रशासन पर किस तरह प्रतिक्रिया करते हैं , अपने देश की आजादी की रक्षा करना सिर्फ सैनिक का काम नहीं है बल्कि ये पूरे देश का कर्तव्य है ,अंततः जनता ही मुखिया होती हैं ऐसे विचारों के धनी थे शास्त्री जी कहा साथ में मानवाधिकार न्याय सुरक्षा परिषद के संभाग प्रभारी जय सिंह चौहान ने भी विचार रखे बाबू दास ने कहा आज शास्त्री जी के विचार पूरा देश अपनाता तो देश में गरीबी नहीं होती कार्य क्रम में युवा वर्ग में वैभव प्रताप सिंह , रघुराज सिंह , उपमन्यु सिंह , प्रदीप दास , किशन खींची, देबू भाई ने लाल बहादुर शास्त्री जी अमर रहे नारे लगाए