गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी ने प्रधानमंत्री एवं भारत सरकार के कानून मंत्री को रजिस्टर्ड डाक से ज्ञापन भेज कर मानवता पर कलंक, गर्भपात जैसे क्रूर कृत्य को रोकने हेतु सख्त कानून बनाने की मांग की है ।
वहीं दूसरी और हाल ही प्रमुख समाचार पत्र में प्रकाशित मरुधरा के माथे पर कलंक और भ्रूण हत्या पर कानून तोड़ने में राजस्थान प्रथम नामक समाचार पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य राजस्थान को ज्ञापन भेज कर कोख के हत्यारों पर अविलंब सख्त कार्यवाही करने को लिखा है ।
श्री तिवारी ने जनहित याचिका में कानून मंत्री को लिखा है कि बिना मेडिकल आधार के गर्भनिरोध साधन के असफल रह जाने पर अनवांटेड के नाम पर गर्भ में पल रहे लंबी आयु जीने की क्षमता रखने वाले स्वस्थ शिशु की गर्भपात के नाम पर हत्या जघन्य अपराध , महापाप एवं सभ्य कहलन वाले भारतीय समाज पर कलंक है ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तिवारी ने कानून मंत्री को स्मरण कराया है कि पिछले महीने संस्था के राष्ट्रीय पदाधिकारी ने दिल्ली में आपसे मिलकर वर्तमान लचीले कानून में संशोधन कर गर्भपात कानून को मेडिकल आधार पर लिखित ज्ञापन से सख्त बनाने की मांग की थी और आप श्री ने पांच सचिवों की कमेटी गठित कर कार्यवाही का भरोसा भी दिया था।
हाल ही प्रमुख समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार मरुधरा के माथे पर कलंक को श्री तिवारी ने राज्य सरकार की लापरवाही व कोख के हत्यारे चिकित्सको और सक्षम अधिकारियों का गठ जोड़ बताते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड ज्ञापन से अविलंब सख्त कार्यवाही की मांग की है।
श्री तिवारी ने आगे कहा कि राज्य महिला आयोग के पत्र क्रमांक 2006/777 दिनांक 10 11 2006 के सख्त निर्देश एवं तत्कालीन राजस्थान सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य निदेशक द्वारा गहन अन्वेषण उपरांत 7 जिलों में लाइसेंस निरस्त करने की सख्त आदेश के बावजूद भ्रष्टाचारी अधिकारियों के गठजोड़ ने कोई कार्यवाही नहीं की और कोख के हत्यारों का खेल धड़ल्ले से राजस्थान में आज भी चल रहा है।
श्री तिवारी ने भारत जैसे अहिंसा का संदेश देने वाले राष्ट्र में अजन्मे स्वस्थ शिशु की माता की पवित्र कोख में गर्भ हत्या को सनातनी लोगों की आस्था व संस्कृति के विरुद्ध और जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर हिंदू समाज के विरुद्ध साजिश बताते हुए प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ अभियान को भी पलीता लगाने की कार्यवाही बतलाया है।

