

बीकानेर, 23 सितंबर। पोलियो, मीजल्स, रुबेला, डिप्थीरिया, परट्यूसिस और नवजात टिटनेस जैसी गंभीर बीमारियों को लेकर संवेदनशीलता बढ़ाने और त्वरित कार्यवाही करने के उद्देश्य से डब्ल्यूएचओ बीकानेर व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में जिला स्तरीय कार्यशाला स्थानीय होटल सभागार में आयोजित हुई। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता व आरसीएचओ डॉ मुकेश जनागल की मौजूदगी में जिले के समस्त ब्लॉक सीएमओ एवं समस्त सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी के चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों का आमुखीकरण किया गया।
कार्यशाला में मुख्यत: एएफपी, मीजल्स, रुबेला, डिप्थीरिया, परट्यूसिस और नवजात टिटनेस सर्विलेंस संबंधित बीमारियों के सर्विलेंस हेतु संभावित केस चिन्हीकरण, सैंपल संग्रहीकरण, रोग प्रभावित क्षेत्र के सर्वेक्षण मय नियंत्रण एवं एईएफआई (टीकाकरण पश्चात प्रतिकूल प्रभाव) सर्विलांस एवं नियमित टीकाकरण के गुणवत्तापूर्ण संचालन के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही तथा फॉलोअप को गंभीरता से लिए जाने पर विशेष जोर दिया गया। सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने सभी वैक्सीन प्रीवेंटेबल डिजीज को लेकर सर्विलांस मजबूत रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी बीमारी से संबंधित आउटब्रेक की पहली सूचना क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिला मुख्यालय को प्राप्त होनी चाहिए। आरसीएचओ डॉ जनागल द्वारा नियमित टीकाकरण की पुख्ता माइक्रोप्लानिंग पर चर्चा की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर डॉ. अनुरोध तिवारी ने चिकित्सा अधिकारियों को पांचों वीपीडी बीमारियों के संबंध में प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार पूर्वक जानकारी दी। यूएनडीपी के परियोजना अधिकारी योगेश शर्मा ने यू विन ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में टीकाकरण सत्र बनाने व इंद्राज संबंधी आमुखीकरण किया।