बीकानेर,12 अक्टूबर। जैनाचार्य श्री जिनपीयूष सागर सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा 18, साध्वीश्री विजय प्रभाश्रीजी, प्रभंजनाश्रीजी आदिठाणा के सान्निध्य में बीकानेर की महामांगलिक प्रदात्री साध्वीश्री चन्द्रप्रभा म.सा. के प्रवर्तिनी पदारोहण दिवस पर भांडाशाह जैन मंदिर में दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान शनिवार को शुरू हुए।
नवपद ओली पर्व के तहत शनिवार को उपाध्याय पद का जाप व वंदना की गई। बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं, मुनि-साध्वीवृंद ने आयम्बिल की तपस्या की। जैनाचार्य जिनपीयूष सागर सूरीश्वरजी के नौ दिन की तपस्या के साथ सूरीमंत्र साधना की अनुमोदना की गई।
जैनाचार्यश्री, मुनि व साध्वीवृंद की निश्रा में श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, श्री जिनेश्वर युवक परिषद व श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में भांडाशाह जैन मंदिर में शनिवार को जयपुर के विधिकारक यशवंत गोलछा व संजय ककरेजा ने जैन विधि के अनुसार कुंभ, दीप, स्थापना व जवांरा रोपण करवाकर नवग्रह, दस दिग्पाल, अष्टमंगल का पूजन व अभिषेक तथा शाम को हवन करवाया। पूजा व अभिषेक का लाभ मुंबई प्रवासी बीकानेर निवासी अभय-साधना डागा, सिद्धकरण-मंजू देवी, महावीर चंदा देवी डागा, विनोद नाहटा-मंजू देवी ने लिया। पूर्व में हिमांशु सेठिया के नेतृत्व में स्नात्र पूजा की गई। पूजा के दौरान सुनील पारख व अरिहंत नाहटा ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ ने बताया कि भांडाशाह जैन मंदिर में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे स्नात्र पूजा, उसके बाद अष्टोतर वृहद शांति स्नात्र पूजा, सोमवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में दोपहर ढाई बजे सामूहिक सामयिक का आयोजन होगा।