बीकानेर। जिले के देशनोक ओवरब्रिज पर पिछले महीने हुए दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई थी, हादसे को एक महीना बीत जाने के बावजूद प्रशासन और सरकार की ओर से अब तक मृतकों के परिजनों को कोई मुआवजा या आर्थिक सहायता नहीं दी गई है, इसी के विरोध में देशनोक ब्रिज हादसा संघर्ष समिति द्वारा पिछले 7 दिनों से जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है, धरने के सातवें दिन सोमवार को लोगों का आक्रोश और बढ़ गया, सरकार की चुप्पी के विरोध में संघर्ष समिति ने बीकानेर बंद का आह्वान किया, जिसे व्यापारियों और स्थानीय जनता का व्यापक समर्थन मिला।
शहर और ग्रामीण कस्बे भी बंद रहे :
सोमवार सुबह से ही शहर में बंद को लेकर बंद समर्थक टोलियों में घूमते नजर आए , पूर्व मंत्री गोविंद मेघवाल केश कला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र गहलोत और पीसीसी सचिव रामनिवास कूकना बंद करने को लेकर बाजारों में घूमते नजर आए, बीकानेर शहर के साथ ही लूणकरणसर नोखा कोलायत और देशनोक में भी बंद का आह्वान किया गया था। शहर में मुख्य बाजार कोटगेट, केईएम रोड, रानी बाजार और रेलवे स्टेशन क्षेत्र में मार्केट पूरी तरह से बंद रहे तो वहीं अंदरूनी हिस्सों
गोगा गेट, बड़ा बाजार, घूम चक्कर और दूसरे इलाकों में बाजार आआंशिक तौर पर खुले नजर आए।
केवल वोट की खातिर इस्तेमाल करती भाजपा :पूर्व मंत्री गोविंद मेघवाल ने कहा कि भाजपा केवल वोट बैंक की खातिर धर्म के नाम पर राजनीति करती है ,जबकि हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों की ओर देखने वाला कोई नहीं है, उन्होंने कहा कि हमने इस लड़ाई को लड़ने का निश्चय किया है और सरकार को परिवारों की ओर देखना होगा और जब तक मांग़ पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा और कल मंगलवार को बड़ी संख्या में बीकानेर जिला कलेक्टर का घेराव किया जाएगा।
खाली हाथ नहीं जाएंगे : केश कला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र गहलोत ने कहा कि जिस उत्साह के साथ बीकानेर की व्यापारियों में हमारी लड़ाई में साथ देते हुए बंद का समर्थन किया है उसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। गहलोत ने कहा कि हमने सरकार और प्रशासन से शांतिपूर्ण तरीके से हमारी बात रखी है और लगातार हमारा धरना जारी है, गहलोत ने कहा कि हमें लड़ाई लड़नी आती है और हम यहां से खाली हाथ नहीं जाएंगे।
अब आर पार की लड़ाई की तैयारी :राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रामनिवास ने कहा कि इस हादसे में मासूम बच्चों ने अपने पिता को खोया है और उन मासूम बच्चों के हक की लड़ाई को हम मंजिल तक पहुंच कर रहेंगे. हमने शांतिपूर्ण गांधीवादी तरीके से हमारी बात प्रशासन तक पहुंचाई और आज भी बीकानेर के व्यापारी वर्ग ने स्वेच्छा से बंद रखकर हमें समर्थन दिया है और आज शाम तक यदि प्रशासन हमारी बातों पर गौर नहीं करता है तो मंगलवार से आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। बंद करवाने में जयनारायण मारू, नित्यानंद पारीक, विकास मारू, मूलचंद मारू, कैलाश मारू सहित आदि संगठन के लोगों का सहयोग रहा।