महिला रोडवेज कर्मचारी सोनू राजपुरोहित की सूझबूझ काम आई,बिन बताए घर से निकली लड़की को दी शरण,भेजा अपने घर जिला राजसमंद में,हो सकती थी बड़ी अनहोनी घटना
सोनू की सूझबूझ को देखते हुए बीकानेर के समाजसेवी अनिल सिंह भाटी ने किया सम्मान
27 अप्रैल 2025,बीकानेर रोडवेज कैस शाखा में कार्यरत सोनू राजपुरोहित रात्रि 12:00 बजे अपनी ड्यूटी पूर्ण कर अपने घर की तरफ 12:30 बजे निकलने ही वाली थी तब बदहवास हालत में रोडवेज बस स्टैंड पर बेंच पर बैठी हुई एक 20-22 वर्षीय लड़की को दैखा। सोनू राजपुरोहित लड़की की और देखकर अपना दिमाग लगाती है और आज के इस माहौल में लड़की का बस स्टैंड पर अकेले देव रात्रि को सुनसान देखकर मन ही मन अंदाजा लगाती है और तत्काल लड़की की सुरक्षा की ओर ध्यान कर अपने घर परिवार को सूचना करती है। सोनू के दिमाग में लड़की को अकेला देखकर बहुत से ख्याल आए क्योंकि सोनू भी एक महिला है, सोनूने तत्काल बीकानेर के बीछवाल थाने एवं बस स्टैंड चौकी में लड़की की सूचना दी। सोनू राजपुरोहित 12:30 बजे अपनी ड्यूटी के बाद लड़की के पास ही खड़ी रही ताकि किसी प्रकार की अनहोनी ना हो और लड़की भी इधर-उधर ना चली जाए। थोड़ी देर पश्चात बीछवाल थाना समेत बीकानेर के अन्य थानों की भी पुलिस लड़की से पूछताछ करती है और सोनू भी पूरी जानकारी पुलिस को देती है। सोनू राजपुरोहित ने लड़की की मानसिकता को समझते हुए बड़े ही धैर्य के साथ लड़की को समझाया और पुलिस से राय मशवरा कर बीकानेर के समाजसेवी अनिल सिंह भाटी को भी इस बाबत सूचना की। रात्रि को सारा वाकया होने के बाद पुलिस से भी बातचीत होने के बाद सोनू ने यही समझा कि फिलहाल रात्रि का समय हो गया और लड़की की सुरक्षा अहम है। सोनू राजपुरोहित बस स्टैंड पर ही अपने माता-पिता को फोन कर बुलाया और और सारी कहानी बताई फिर इस लड़की को लेकर अपने घर चले गए । लड़की को बिल्कुल आराम से समझाया गया और रात्रि विश्राम सोनू ने अपने घर अपने साथ ही लड़की को करवा दिया। प्रातः काल फिर पुलिस के द्वारा लड़की के माता-पिता को सूचना भेजी गई तब पता चला की लड़की अपनी मर्जी से जिला राजसमंद जयपुर होते हुए बीकानेर पहुंची है। सोनू राजपुरोहित के माता-पिता सहित अनिल सिंह भाटी ने भी लड़की एवं लड़की के घर वालों को समझाया। राजसमंद से लड़की के माता-पिता बीकानेर पहुंचते हैं और सोनू ने लड़की को कुछ पैसे भी दिए और साथ ही साथ किराया भी दिया ताकि वह आराम से जिला राजसमंद अपने घर पहुंच सके। यहां देखने वाली बात यह थी रात्रि के समय सोनू ने एक महिला कर्मचारी होने का कर्तव्य भी निभाया और साथ ही साथ मानवता का बहुत बड़ा परिचय दिया ।आज लड़की सकुशल अपने निवास स्थान माता-पिता के यहां पहुंच चुकी है। बहुत बार हम सभी के सामने इस प्रकार के किस्से होते हैं पर हम दरकिनार कर जाते हैं और बड़ी अनहोनी लोगों के साथ हो जाती है ।सोनू भी तत्काल अपनी ड्यूटी से घर चली जाती तो शायद इस लड़की के साथ भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। सोनू राजपुरोहित की इस सेवा से प्रभावित होकर रोडवेज डिपार्टमेंट की ओर से सोनू शाबाशी मिल रही है और साथ ही साथ बीकानेर के प्रसिद्ध समाजसेवी नई रोशनी ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट अनिल सिंह भाटी ने भी महिला रोडवेज कर्मचारी सोनू राजपुरोहित का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। हर एक नारी को इस वाक्य से प्रेरणा मिलती है सही दिमाग का इस्तेमाल करें तो कुछ भी कर सकतें है। खबर में हम लड़की का नाम व फोटो नहीं छाप सकते इसके पीछे बहुत से कारण है जो आप सभी लोग जानते हैं। खबर छापने का हमारा यही उद्देश्य है कि हर महिला को इस खबर से संदेश मिले, प्रेरणा मिले। सोनू राजपुरोहित एवं सोनू की माता श्री को खबर वायरल होने के बाद से लगातार शुभकामनाएं मिल रही है सोनू राजपुरोहित की चहूं और प्रशंसा हो रही है। सोनू राजपुरोहित ने भी बीकानेर के समाजसेवी अनिल सिंह भाटी एवं पुलिस कर्मचारी बंसीलाल व रोडवेज के अन्य कर्मचारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि समय पर सभी ने साथ दिया और इस वाक्य को आगे ना बढ़ाते हुए लड़की को समझाया एवं लड़की के माता-पिता को भी समझाया गया। लड़की सही जगह सही नजरों में एक महिला को दिख गई और सुरक्षित एक रात बिताने के बाद अपने घर परिवार में लौट गई।
