गणेशम् रिसोर्ट पर लगा बड़ा आरोप, 18 बीघा ज़मीन पर कब्जे का खेल, मुकदमा दर्ज, यूआईटी से जुड़े अधिकारी भी चपेट में
पराई जमीन पर कब्जा कर गणेशम् रिसोर्ट बनाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में बीछवाल थाना पुलिस ने मोहम्मद सोहेल पड़िहार की रिपोर्ट पर 6 नामजद लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। परिवादी के अनुसार उसके नाना के पास रिड़मलसर पुरोहितान में 54 बीघा जमीन थी। नाना के कोई बेटा नहीं थी। दो बेटियां ही थी। नाना की मृत्यु के बाद 54 बीघा जमीन के तीन वारिस रहे। परिवादी की नानी, मौसी व मां के बीच तीन बराबर के हिस्से हुए। हालांकि कानूनी विभाजन नहीं हुआ। नानी व मौसी ने अपना अपना हिस्सा हाजन बालू को बेच दिया। वहीं परिवादी की मां ने अपना हिस्सा नहीं बेचा। उसके बाद नानी व मौसी की मृत्यु हो गई। हाजन बालू ने 36 बीघा जमीन सुदर्शन मुखीजा को बेच दी। यहीं गणेशम् रिसोर्ट बनाया गया।
आरोप है कि गणेशम् रिसोर्ट ने 18 बीघा ज़मीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। जबकि यह भूमि परिवादी के हक की है। एडवोकेट अनिल सोनी के अनुसार गणेशम् रिसोर्ट में और भी कई कानूनी गड़बड़ियां हैं। इन गड़बड़ियों में यूआईटी के अधिकारी कर्मचारी भी शामिल रहे थे।
बीछवाल पुलिस ने सुरेंद्र मुखीजा सहित रमेश कुमार, गिरीराज, समुंद्र सिंह, राकेश मेंहदीरत्ता व राजेश के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 व 120 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। मामले की जांच बीछवाल थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा कर रहे हैं।