आदि गणेश मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के आज छटवे दिन की क्था हुई । कथा के प्रसंग में वाचन करते हुवे आचार्य पंडित सुनील व्यास ने गोपी गीत की व्याख्या की ओर कहा की गोपीगीत भागवत का हरदय है और ईश्वरीय भक्ति का ओर प्रभु के करीब जाने का सर्वोपरी साधन है।
भक्ति सीखनी ही तो गोपिकाओ से सीखो ।
रासलीला का वर्णन करते हुवे कहा की की आत्मा और जीव का पर ब्रह्म से मिलन ही महा रास उत्सव है ।
रूखमणी विवाह में कहा की प्रत्येक व्यक्ति को कृष्णा के जीवन से सीखना चाहिए और संयुक्त परिवार की पालना करनी चाहिए ।
सजीव झांकियो के सभी भक्तो ने दर्शन किए ।
आदि गणेश भक्त मंडल के संचालक अविनाश चंद्र व्यास ने सभी भक्तो का अभिवादन किया और धन्यवाद दिया ।
मनोज बिस्सा, राम सा व्यास दीपक व्यास नागेश व्यास ने भजनों की प्रस्तुति दी और सभी भक्तो को झुमाया ।कल सुदामा चरित्र और भागवत की पूर्णाहुति होगी और सोभायात्रा निकली जाएगी ।