
श्री टोडरमल लालाणी का अभिनदंन समारोह आयोजित हुआ
गंगाशहर , 3 सितम्बर । ओसवाल पंचायती में टी एम हॉल बनाकर देने वाले व बीकानेर शहर को टी एम ऑडिटोरियम बनाकर संगीत व रंगमच को नयी ऊंचाईयां प्रदान करने वाले श्री टोडरमल लालाणी का आज श्री नई लेन ओसवाल पंचायती प्रन्यास ने अभिनन्दन समारोह आयोजित किया। यह समारोह रविवार सुबह गंगाशहर स्थित टीएम हॉल में आयोजित हुआ। एशिया के प्रसिद्ध उद्योगपति व भामाशाह मोमासर निवासी के. एल जैन (पटावरी) कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। मंच को सुशोभित करने वालों में जयचंद लाल डागा विशिष्ट अतिथि, प्रन्यास अध्यक्ष चंपालाल डागा, मंत्री सुरेंद्र पटवा, उपाध्यक्ष विमल सिंह चौरड़िया, कोषाध्यक्ष राजकरण सोनावत व सह मंत्री किशन लाल बैद थे। स्वागत भाषण अध्यक्ष चंपालाल डागा ने दिया। वहीं कन्हैयालाल बोथरा ने अतिथियों व टोडरमल जी लालाणी का परिचय दिया । मंत्री सुरेंद्र पटवा ने ओसवाल पंचायती की गतिविधियों बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टोडरमल जी लालाणी ने 31 वर्षों तक प्रन्यास में अपनी सेवाएं दी। उनके योगदान की बदौलत ही पंचायती के विकास सहित टीएम हॉल का सपना साकार हो पाया। प्रन्यासियों ने अतिथियों का व लालाणी जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के एल जैन ने कहा कि उन्होंने टीएम लालाणी मेरे बड़े भाई हैं तथा उन्होंने अपनी विकास यात्रा का सूत्रधार लालाणी जी को माना । उन्होंने कहा कि इनकी प्रबन्धन क्षमता बेजोड़ है। लालाणी जी के बनाये ओटोमीटर हमारी गाड़ियों में लगे होते हैं वो हमें हमेशा गतिशील बने रहने की प्रेरणा देते हैं. के एल जैन ने कहा कि उन्होंने टीएम लालाणी से ही जीवन का सलीका सीखा है।
विशिष्टि अतिथि जैन महासभा के पूर्व अध्यक्ष जयचंदलाल डागा ने कहा की मैंने लालाणी जी के बारे में बहुत कुछ जाना। मुझे ख़ुशी है कि जैन समाज में इस तरह के भामाशाह हैं जो अनेक विषयों के विद्वान भी है। संस्था ने इनका सम्म्मान करके बहुत पुनीत कार्य किया है।
अभिनन्दन समारोह को ट्रस्टी विनोद बोथरा, मोहन सुराणा,जैन लूणकरण छाजेड़ , तोलाराम बोथरा तथा भैरव प्रसाद कत्थक, युवक रत्न राजेन्द्र सेठिया, पुखराज चोपड़ा आदि ने टोडरमल लालाणी के व्यक्तिव व कृतित्व पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने श्री टोडरमल लालाणी को प्रेरणा स्तोत्र , मोबाईल लाइब्रबताते हुए इनके स्वस्थ , सुदीर्घ ,कल्याणकारी जीवन की मंगलकामनाएं की।
अपने अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री टोडरमल लालाणी ने बताया कि उनकी पुत्री की शादी के समय मुझे ज्ञात हुआ कि मेरी जन्मभूमि गंगाशहर में समाज के उपयोग में आने लायक सार्वजनिक भवन की आवश्यकता है। उसी के फलस्वरूप मैंने टी एम ऑडिटोरियम बनाने की स्वीकृति प्रदान की। मुझे इस क्षेत्र के लोगों से बहुत प्रेम व सम्मान मिला है जिसके लिए आभारी हूं ।
टोडरमल जी लालाणी की पुत्री श्रीमती वर्षा बेंगाणी ने भावविभोर होते हुए कहा की मैंअपने पिताश्री की किन किन विशेषताओं का उल्लेख करुं। मुझे गर्व है की मैं श्री टोडरमल जी लालाणी की पुत्री हूँ। उन्होंने अहा कि पिताश्री खेल के भी बहुत शौकीन हैं। उनके खेलप्रेमी होने की जानकारी भी सदन को आज मिली। लालाणी जी के अनेक परिजन इस समारोह के साक्षी बने।
विमल सिंह चौरड़िया ने अभिनंदन पत्र वाचन किया। चंपालाल डागा, विमल सिंह चौरड़िया, सुरेंद्र पटवा, किशनलाल बैद व राजकरण सोनावत ने अभिनंदन पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर लालाणी जी व अतिथियों का सम्मान किया। समारोह की शुरुआत धर्मेंद्र डाकलिया ने सामूहिक नमस्कार महामंत्र व स्वागत गीत से करवाई। विरासत संवर्द्धन संस्था के मंत्री भैरव प्रसाद कत्थक ने स्वरचित कविता से अभिनन्दन किया।
समारोह में विजय कोचर, जैन महासभा के महामंत्री मेघराज बोथरा , तेरापंथ सभा अध्यक्ष अमर चन्द सोनी, सुमेरमल दफ्तरी, विशाल लालाणी, हुलासमल लालाणी, प्रोफेसर सुमेरचंद जैन, कामेश्वर प्रसाद सहल , पत्रकार हेम शर्मा, पूर्व महापौर नारायण चोपड़ा, निर्मल धाड़ीवाल, लालाणी जी के पुत्र कुणाल व विशाल लालाणी, दिल्ली से नवरतन बैद , किरणचंद छाजेड़ , कमल डागा, भैरूंदान सेठिया, जेठमल सुराणा , इन्दरचन्द मालू ,मनोज बैद , शिखरचंद सुराणा, सोहन लाल चौधरी ,ओम पारख , राजकरण पुगलिया, पीयूष लूणिया, मेघराज सेठिया, संपतलाल दूगड़, महेंद्र बोथरा , डॉ नीलम जैन, सीए सोहनलाल बैद, एडवोकेट राजेंद्र भंसाली, भंवरलाल सेठिया, डॉ धनराज नयनतारा छलाणी , मनोज सेठिया ,अरिहंत नाहटा, अंकुश चोपड़ा, सहित सभी प्रन्यासी, पूर्व प्रन्यासी आदि गंगाशहर के गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। आभार ज्ञापन मंत्री सुरेंद्र पटवा ने किया।