बीकानेर, 17 सितंबर। आरबीएसके टीमें आगामी सात दिवस में ज़िले के सभी आंगनवाड़ी संस्थान में पाये गये अति कुपोषित व कुपोषित बच्चे चिन्हित करेंगे और उन्हें पीबीएम अस्पताल में स्थित एमटीसी सेंटर में उपचार करवायेंगे। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार इस कार्य को तय समय सीमा में प्राथमिकता से किया जाएगा। एसडीएम ज़िला अस्पताल स्थित डीईआईसी सेंटर में आर.सी.एच.ओ. डॉ. राजेश कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। डॉ. गुप्ता ने टीमों को निर्देश दिए कि सभी संस्थानों के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण गुणवत्ता के साथ किया जाय एवं उनका उपचार समय पर करवाया जाए। संस्थान में स्क्रीन किए हृदय रोग से ग्रसित बच्चों एवं अन्य शल्य योग्य बीमारी से ग्रसित बच्चों का समय पर उपचार करवायें। अनीमिया से ग्रसित बच्चों के उपचार करवायें एवं लाइन लिस्ट के साथ सप्ताहिक रिपोर्ट अवश्य भिजवायें। आर.बी.एस.के. सॉफ़्टवेयर में अपने कार्य को प्रतिदिन इंद्रज करें । माइक्रो- प्लान एवं मासिक प्रगति रिपोर्ट, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी से हस्ताक्षर करवा कर समय पर हर माह की पहली तारीख़ को भिजवाना सुनिश्चित करें।
अंत में डॉ. गुप्ता एवं डॉ विवेक गोस्वामी ने नियमित होने जा रहे चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएँ प्रेषित की।
डी.ई.आई.सी. मैनेजर योगेश पवार ने भी शल्य चिकित्सा योग्य बच्चों के उपचार करवाने में ज़ोर दिया और आश्वाशन दिलाया कि डी.ई.आई.सी. टीम सभी बच्चों के उपचार करवाने के लिए तत्पर रहेगी। समीक्षा बैठक में दीपक दधीच, साइकोलॉजिस्ट श्रीमती सोनू गोदारा एवं सोशल वर्कर आशुराम सियाग मौजूद रहे।
✍ प्रकाश सामसुखा