बीकानेर, 5 अप्रेल। एस.एम.एस. दिव्यांग सेवा संस्थान, की ओर से शुक्रवार को गंगाशहर के डागा गेस्ट हाउस में ’’हौसलों की उड़ान प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह में भामाशाहों, विभिन्न प्रतियोगिता में अव्वल दिव्यांग खिलाड़ियों व दिव्यांगों व संस्थान के सहयोगियों तथा प्रशिक्षकों का सम्मान किया गया ।
मुख्य अतिथि उप महापौर राजेन्द्र पंवार ने कहा कि दिव्यांगों के हौसलों व आत्मबल को बढ़ाना और उन्हें प्रोत्साहित करना परोपकारी कार्य है। इस कार्य में सभी को भागीदारी निभाते हुए दिव्यांगों व उनके अभिभावकों में दिव्यांगता की हीन भावना को निकालने का प्रयास व पुरुषार्थ करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष व समाजसेवी चंपालाल डागा ने कहा कि भगवान महावीर के सत्य, अहिंसा, अचौर्य, अपरिग्रह व ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए दिव्यांगों को परमात्म स्वरूप मानते हुए उनका हौसला बढ़ाना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि उद्योगपति बसंत नवलखा ने कहा कि दिव्यांगों को प्रोत्साहित करने से वे जीवन की मुख्यधारा से जुड़ते है तथा उनमें व उनके परिजनों में व्याप्त हीन भावना दूर होती है। दिव्यांग बच्चों ने संस्थान से जुड़ने के बाद अनेक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक जीतकर यह बता दिया है कि दिव्यांगों को प्रोत्साहन देने से वे सामान्य खिलाड़ी की तरह परिवार, समाज, शहर, प्रदेश देश का नाम अपनी प्रतिभा से ऊंचा कर सकते है। उन्होंने पांच रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि परोपकार व निष्काम सेवा का रिश्ता सर्वोंपरि होता है।
भारतीय जनतापार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक मीणा, झझू के पूर्व सरपंच मेघराज सेठिया, उद्योगपति रिद्धकरण सेठिया, पार्षद सुमन छाजेड़ ने कहा कि देश प्रदेश की सरकार खेल व दिव्यांगों के सर्वागींण विकास के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रहा है। संस्थान सरकार की खेल नीति के अनुसार खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए संचालित योजनाओं का लाभ लें। संस्थान अध्यक्ष श्रीमती मंजू गुलगुलिया ने खिलाड़ियों व संस्थान का परिचय दिया। इस अवसर पर दिव्यांगों के प्रोत्साहन के लिए बनाई गई वीडियों फिल्म का प्रदर्शन किया गया। समारोह में जैन यूथ क्लब, महावीर इंटरनेशनल के सदस्य व पदाधिकारी, गंगाणा वीरा केन्द्र की रक्षा बोथरा व दिल्ली ए.ए.टी. यूनिवर्सिटी की व्याख्याता आरती गुलगुलिया ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए दिव्यांगों को प्रोत्साहित किया।