बीकानेर। स्थानीय टाउन हॉल में रफी के गीतों की शाम पेड़ों के नाम सद्भावना संगीत कला केंद्र ( समिति) बीकानेर द्वारा उनकी 44 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम आयोजक और समिति के अध्यक्ष इकरामुद्दीन कोहरी ने बताया कि अपने एकल गायन में 10 गीतों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम संयोजक विवेकानंद आर्य व सिराजुद्दीन खोखर ने पांच पांच गीतों की की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में आए संगीत प्रेमी सुनील दत्त नागल, राजेश सांखला, लक्ष्मण चारण ने भी अपने गीतों प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में आये हुए हर श्रोताओं को हर गाने में बदलकर अतिथि बनाकर मंच उन्हें सम्मान दिया गया। जिसमें भरत प्रकाश श्रीमाली, भोलेशंकर साध, सुशील यादव, उम्मेद सिंह राजपुरोहित, सैय्यद अख्तर,लक्ष्मण चारण, सत्यनारायण पारीक, शरीफ समेजा , पीर अमीन शाह,अनवर समेजा, नारायण सिंह नरूका, विजय सिंह शेखावत, संदीप मोहता, गजेंद्र शर्मा, संजय भट्ट, नरेंद्र सिंह स्याणी, जितेन्द्र गहलोत, संजय गहलोत,करण सिंह सिसौदिया, दाऊलाल प्रजापत, जितेन्द्र मोदी,चरण जीत, दुर्गाराम चौधरी, मोहित राजपुरोहित, महेश ओझा आदि थे। इस अवसर कार्यक्रम में मौजूद तीन युवा पर्यावरण प्रेमियों जिनमें कुणाल मित्तल, शुभम मित्तल एवं सृजन डाबरा द्वारा पिछले तीन साल से हजारों निशुल्क पौधों का वितरण करने पर इन तीनों युवाओं का समिति के अध्यक्ष इकरामुद्दीन कोहरी, पूर्व पार्षद उम्मेद सिंह राजपुरोहित, सुशील यादव, सैय्यद अख्तर द्वारा हौसला अफजाई के लिए इनका कार्यक्रम के मंच से सम्मान किया। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण दो बालक गुन्नू मूंड और जय कुमार मूंड ने मंच पर आकर अपनी कलाओं से सबको अलग तरह से ही आकर्षित किया। कार्यक्रम के अंत में अमानत अली कोहरी, सिराजुद्दीन कोहरी कार्यक्रम में सभी का धन्यवाद ज्ञापित और मंच संचालन विवेकानंद आर्य ने किया।