बीकानेर, 22 दिसंबर। वर्ष की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन रविवार को हुआ। जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अतुल कुमार सक्सेना ने दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारंभ किया। गया। इस दौरान न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता, बैंक अधिकारी तथा पक्षकार मौजूद रहे। श्री सक्सेना ने बताया कि जिला मुख्यालय एवं समस्त तालुकाओं में राजनामे के समस्त प्रकरणों का निस्तारण प्री-लिटिगेशन प्रकरणों, बैंक के ऋण संबंधी मामलों, एनआईएक्ट के प्रकरण, राजस्व के प्रकरण व लम्बित प्रकरणों को सम्मिलित करते हुए शमनीय दाण्डिक अपराध, परक्राम्य विलेख अधिनियम, एमएसीटी मामले, पारिवारिक विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण मामले, बिजली व पानी के बिल (चोरी के अलावा), मजदूरी, भत्ते और पेंशन भत्तों से संबंधित सेवा मामले, राजस्व मामले, अन्य सिविल मामले किराया, सुखाधिकार, निषेधाज्ञा दावे एवं विनिर्दिष्ट पालना दावे) आदि का अधिकाधिक रूप से निस्तारण लोक अदालत की भावना से किया जाता है।
श्री सक्सेना के निर्देशन में जिला मुख्यालय में राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 17 बैंचों का गठन किया गया। जिला न्यायालय एवं राजस्व न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों में से कुल 1 लाख 17 हजार 996 प्रकरण लोक अदालत में रखे गये। जिनमें 94 हजार 771 प्रकरणों का लोक अदालत की भावना से निस्तारण हुआ तथा 25 करोड़ 2 लाख 6 हजार 669 रुपए का अवार्ड पारित किया गया।
अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती मांडवी राजवी ने लोक अदालत बैंचों के सभी सदस्यों, अधिवक्ताओं, बैंक अधिकारियों, पक्षकारों, कर्मचारियों का लोक अदालत के आयोजन में सकारात्मक भूमिका अदा करने पर आभार जताया और अपील करते हुए कहा कि भविष्य में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालतों में समाज का प्रत्येक वर्ग सकारात्मक योगदान दे।