
नेशनल एडवेंचर फाउण्डेशन व दी पायोनियर्स एडवेंचर सोसायटी के पदाधिकरी व सदस्यों सहित हिमालय परिवार के सदस्यों ने रीता गोम्बू मरवाह के निधन पर शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की । संस्थान सचिव आर के शर्मा ने बताया कि एवरेस्ट अभियान 1984 के दल की सदस्या रही रीता गोम्बू मरवाह मौसम खराब होने के कारण केवल 200 मीटर की दूरी से मा. एवरेस्ट का शिखर आरोहण नहीं कर सकी लेकिन बचेन्द्री पाल के शिखर आरोहण के जश्न में वे हमेशा शामिल रही । विश्व के पहले एवरेस्ट पर्वतारोहियों में शामिल शेरपा तेनजिंग नोर्गे की पौत्री व दो बार के एवरेस्ट आरोहक नवाब गोम्बू की पुत्री रीता गोम्बू मरवाह कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थी । डा. सुषमा बिस्सा ने इनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय पर्वतारोहण संस्थान व अन्य साहसी अभियानों के दौरान अनेक बार रीता गोम्बू से भेंट होती रही । वे जितनी कुशल पर्वतारोही थी उतनी ही कुशल व स्नेह रखनी वाली महिला थी । संगठन के नरेश अग्रवाल, अशोक कुवेरा, महेश भोजक, रोहिताश्व बिस्सा, बिहारी लाल शर्मा, ओजस्वी सहित अन्य साहसियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की ।