श्रीडूंगरगढ़ के सुदूर गांव बींझासर में मायड़भासा राजस्थानी की मान्यता के लिए वीर तेजाजी स्टेडियम में वीर तेजाजी ओपन क्रिकेट प्रतियोगिता चल रही है |बींझासर गांव शिक्षा और खेलों के प्रति बेहद जागरूक और सजग गांव रहा है | यह प्रतियोगिता आईपीएल की तर्ज पर होती है और ग्रामीण स्तर की फ्रेंचाईंजी अपनी अपनी टीमों को मैदान में उतारते हैं | चूंकि प्रतियोगिता ओपन है इसलिए फ्रेंचाइजी कहीं से भी खिलाड़ी बोली लगाकर खरीद सकती है इसलिए राजस्थान भर के जानेमाने खिलाड़ी यहाँ अपना दमखम दिखाने आते हैं | इस प्रतियोगिता में हर वर्ष किसी ज्वलंत सामाजिक या जनहित के मुद्दे को उद्देश्य के रूप में रखा जाता है जैसे दहेज प्रथा,बालविवाह, बेरोजगारी आदि | इस बार का मुद्दा है राजस्थान की मातृभासा राजस्थानी की राजभासा और संवैधानिक मान्यता | आयोजन समिति के श्री डूंगरराम नेण और भागीरथ भूकर ने बताया कि हम खेल के माध्यम से सबको राजस्थानी भासा के प्रचार प्रसार और बढावा देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं | गांव के सरपंच श्री मुख राम नेण ने बताया कि राजस्थानी भासा को राजभासा राज्य सरकार को बनाना चाहिए , इससे स्थानीय रोजगार को बढावा मिलेगा तथा हमारा भासा और संस्कृति का संवर्धन होगा | यहाँ यह प्रतियोगिता 1 जनवरी 2023 से चल रही है , हर चौके छक्के और विकेट पर राजस्थानी भाषा की मान्यता के नारों से स्टेडियम गूंज उठता है | इसमें पहले लीग मेच हुए फिर दूसरे राउंड में सुपर 8 और फिर सेमिफाइनल और आखिर में फाईनल होगा | विजेता टीम को 21000 तथा उपविजेता टीम को 11000 रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा|मखमली धोरों में चल रही इस अनूठी प्रतियोगिता को सब जगह से सराहना मिल रही है | ग्रामीणों ने बताया कि इसकी प्रेरणा हमें राजस्थानी युवा समिति के राजस्थानी भाषा के लिए चल रहे आंदोलन से मिली |