आडसर बास श्रीडूंगरगढ़ जिला बीकानेर निवासी तेजकरण चौरड़िया पुत्र स्व०श्रीइन्द्रचन्द चौरड़िया का 57वर्ष की उम्र में रविवार को देर रात में आकस्मिक निधन हो गया । बंशीलाल झाबक शिव रतन नाई कुलदीप सिंह इन्द्र चद चोरड़िया रणजीत नाई पवन कुमार अन्य जनों ने परिवार जनों को ढांढस बधवाया। परिजनों ने बड़ा फैसला लेते हुए श्री तेजकरण चौरड़िया का नेत्रदान करने का निर्णय लिया।उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीटा देवी चौरड़िया एवं पुत्र आदित्य चौरड़िया की सहमति पर नेत्र संग्रह केन्द्र के डॉ0 रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में तकनीशियन भंवरलाल प्रजापत ने श्रीडूंगरगढ़ जाकर नेत्र संग्रह किया।इस पुण्य कार्य के लिए मनीष पटावरी एवं हनुमान दूगड़ ने परिजनों को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया।यह नेत्रदान तेरापंथ युवक परिषद एवं उनके अध्यक्ष मनीष नोलखा श्रीडूंगरगढ़ के सहयोग से संभव हुआ। चौरड़िया के नेत्रदान से दो जरूरतमंद इस दुनियां को देख सकेंगे। गौरतलब है कि स्व0तेजकरण चौरड़िया श्रीडूंगरगढ़ जैन तेरापंथ समाज की विभिन्न संस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभानेवाले कार्यकर्ता थे । चौरड़िया ने तेरापंथ युवक परिषद श्रीडूंगरगढ़ के अध्यक्ष, श्रीओसवाल पंचायत के मंत्री के रूप में भी महत्वपूर्ण सेवाएं दी थीं। उक्त जानकारी देते हुए आई बैंक सोसायटी आफ राजस्थान चूरू चैप्टर मुख्यालय सरदारशहर स्थित नेत्र संग्रह केन्द्र के समन्वयक गणेशदास स्वामी ने बताया कि नेत्र संग्रह केन्द्र खुलने के बाद यह तेरहवां नेत्रदान है। उन्होंने बताया कि अब तक सरदारशहर से पांच, श्रीडूंगरगढ़ से पांच, राजगढ़ से एक, सुजानगढ़ से एक तथा सरदारशहर के ग्रामीण क्षेत्र गांव बरड़ासर से एक नेत्रदान हो चुका है। चौरड़िया के नेत्रदान किये जाने पर उनके परिजनों का गांविमं के अध्यक्ष हिमांशु दूगड़ आयुर्वेद विश्व भारती महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रविन्द्र कुमार एवं तेरापंथ युवक परिषद सरदारशहर के अध्यक्ष लोकेश सेठिया ने आभार व्यक्त किया है
