बीकानेर, 5 अगस्त। किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित रहे यानीकि ड्रॉप ऑउट व लेफ्ट ऑउट नौनिहालों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने पांचवीं बार सघन मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान शुरू होगा। ये अभियान 3 माह यानीकि 3 चरणो में चलेगा। पूर्व में जहां इस अभियान के तहत 0 से 2 साल के बच्चों का टीकाकरण किया जाता था, वहीं अब इस मुहिम में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को शामिल कर लिया गया है। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल में अभियान में शत प्रतिशत उपलब्धि द्वारा जिले के प्रत्येक बच्चे को टीकाकरण के दायरे में लाने के निर्देश दिए हैं।
सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि ऐसे स्थान जहां बच्चों के टीकाकरण से वंचित रहने की आशंका ज्यादा है जैसे कच्ची बस्तियां, ईट भट्टे, दूरस्थ ढाणियां, घुमंतू जाति के लोग, ऐसे उप स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र जहां एएनएम का पद खाली हो आदि, वहां विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। पहला चरण सोमवार 7 अगस्त से, दूसरा 11 सितंबर और तीसरा 14 अक्टूबर से 1 सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान पहले से माइक्रोप्लान व हेड काउंट सर्वे द्वारा चिन्हित बच्चों तथा गर्भवतीयों को छूटे हुए टीके लगाए जाएंगे।
आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बीकानेर शहरी क्षेत्र में 195, बीकानेर ग्रामीण क्षेत्र में 126, डूंगरगढ़ में 226, नोखा में 201, कोलायत में 144, खाजूवाला में 116 व लूणकरणसर में 185 सत्र का माइक्रो प्लान तैयार किया गया है यानी कि कुल 1193 सत्र तीनों चरणों में लगाए जाएंगे। कुल 517 टीकाकर्मी सीधे टीकाकरण का कार्य में जुड़ेंगे। जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि अभियान में अधिकाधिक बच्चों को टीकाकृत करने के उद्देश्य से सघन प्रचार प्रसार अभियान जारी है। पोस्टर्स व बैनर्स का वितरण ब्लॉक वार किया गया है व सोशल मीडिया पर भी कैंपेन चलाया जा रहा है।
बच्चों को बीमारियों से बचाएंगे ये टीके
डॉ गुप्ता ने बताया कि बच्चों को उनकी आयु व ड्यू लिस्ट अनुसार बीसीजी, ओरल पोलियो वैक्सीन, पेंटावैलेंट (हेपेटाइटिस बी, डिप्थीरिया, परट्यूसिस, टिटनेस, हिब, मैनिंजाइटिस), न्यूमोकॉक्कल कोजयुगेट, फ्रैक्शनल इंजेक्टेबल पोलियो वैक्सीन, रोटावायरस, मीजल्स व रूबेला के टीके लगाए जाएंगे। इसी प्रकार गर्भवतीयों को टीडी व टीडी बूस्टर आवश्यकतानुसार लगाए जाएंगे।
यू विन से विन विन
यूएनडीपी के योगेश शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत टीकाकृत किए गए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के कवरेज की एंट्री ऑनलाइन यूविन सॉफ्टवेयर में की जाएगी। सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही प्रदेश के लाभार्थी गर्भवती महिला व बच्चों को टीके देश में कहीं भी लगाए जा सकेंगे और उनकी एंट्री यूविन सॉफ्टवेयर में हो सकेगी।