बीकानेर, 5 अप्रैल। लोकसभा आम चुनाव के तहत होम वोटिंग के प्रति पहले दिन शुक्रवार को वरिष्ठ और दिव्यांग मतदाताओं में उत्साह देखने को मिला। सभी ने निर्वाचन आयोग द्वारा दी गई सुविधा और जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा इसके लिए की गई सुविधा की सराहना की। नब्बे वर्षीय वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. मदन केवलिया ने सार्दुलगंज स्थित अपने निवास पर ही मतदान किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के इस नवाचार से मतदान केन्द्रों तक पहुंचने में असमर्थ वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 1957 के आम चुनाव से लगातार अपने मतदाधिकार का उपयोग कर रहे हैं। इस बार वृद्धावस्था के कारण उनका केन्द्र तक जाना मुश्किल था लेकिन होम वोटिंग की इस पहल से उन्होंने घर बैठे ही मताधिकार का उपयोग किया है। बिन्नाणी चौक के रहने वाले श्री बजरंग लाल व्यास ने बताया कि वे पहले आम चुनाव से अब तक लगातार मतदान कर रहे हैं, लेकिन उम्र के इस पड़ाव और अस्वस्थता के कारण इस बार मतदान कर पाना असंभव लग रहा था। होम वोटिंग की व्यवस्था ने मुश्किल को आसान बना दिया। उन्होंने सभी से मताधिकार का उपयोग करने का आह्वान किया। जोशीवाड़ा क्षेत्र की वयोवृद्ध महिला श्रीमती कमला देवी बोहरा ने घर बैठे मतदान करने के बाद इस व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि मतदान प्रत्येक जागरुक मतदाता का अधिकार है। उसे अपना दायित्व समझते हुए मतदान करना चाहिए। बिन्नाणी चौक में रहने वाली चालीस वर्षीया दिव्यांग मतदाता सुश्री अखिया का कहना था कि उसके लिए मतदान केन्द्र तक जाना बहुत तकलीफ भरा होता है, लेकिन अब घर बैठे मतदान कर पाना अच्छा अनुभव है। उसने कहा कि उसे गर्व है कि वह अपने मताधिकार का उपयोग कर पाई है। इसी क्षेत्र में रहने वाले श्री मगन लाल ने भी होम वोटिंग को शत-प्रतिशत मतदान की दिशा में महत्वपूर्ण पहल बताया। इसी प्रकार बीकानेर पश्चिम विधानसभा की श्रीमती सूरज देवी, 92 वर्षीया श्रीमती फातमा, नोखा की श्रीमती संपत देवी और श्रीमती धापू देवी सहित अनेक वरिष्ठ जनों ने पहले दिन मतदान किया और इस व्यवस्था की सराहना की।