उदयपुर
सूर्य सप्तमी के मौके पर गत 15 फरवरी को प्रदेश में एक साथ 1.33 करोड़ विद्यार्थियों-अभिभावकों से एक ही समय में सूर्य नमस्कार करवाकर शिक्षा विभाग ने विश्व कीर्तिमान रचा। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड्स के प्रतिनिधियों ने गत 10 जून को यह प्रमाण पत्र जयपुर में विभाग को सौंपा। इसे लेने के साथ शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक बार फिर स्कूलों में नियमित सूर्य नमस्कार करवाने के संकेत दिए हैं।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सर्टिफिकेट लेकर कहा कि अब हर सूर्य सप्तमी पर यह आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाएगा। एक सवाल पर उन्होंने यह भी कहा कि 3 से 4 मिनट में इसे प्रार्थना सभा में नियमित किया जाएगा। इससे विभाग में कयास है कि इसे सरकार कभी भी नियमित कर सकती है।
हालांकि अभी अधिकारी खुद बेखबर हैं और कोई कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। माना जा रहा है कि इस वर्ल्ड रिकार्ड में स्कूली बच्चों ने सबसे बड़ा योगदान दिया था। तभी फीडबैक भी मिला था कि सूर्य नमस्कार को स्कूलाें में बतौर शारीरिक व्यायाम शुरू किया जाना चाहिए। बता दें, उदयपुर से 5.80 लाख बच्चों-अभिभावकों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया था।
लागू करने के पहले भी हुए आदेश, विरोध पर वापस
15 फरवरी से पहले स्कूलों में सूर्य नमस्कार के आदेश पर प्रदेश में विरोध शुरू हो गया था। एक संगठन ने हाईकोर्ट में याचिका तक दाखिल कर दी थी। हालांकि कोर्ट ने इसे शारीरिक व्यायाम कहते हुए खारिज कर दिया था। साल 2015 में भी विरोध पर सूर्य नमस्कार की अनिवार्यता का आदेश वापस लेना पड़ा था। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार इसे वैकल्पिक किया जा सकता है। यानी जो जुड़ना चाहें, वे जुड़ें और नहीं चाहते, उन पर पाबंदी नहीं होगी।