पूरा बीकानेर जहां मकर सक्रांति के दिन धर्म कर्म में लगा हुआ है वहीं बीकानेर की सेवा भावी महिलाएं भामाशाह रानी पारीक के दिखाए मार्गदर्शन पर चलते हुए भीम वृद्धाश्रम पहुंची । भामाशाह पारीक ने बताया कि उमा पारीक, आशा पारीक, विमला पारीक, अंकू पारीक, रजनी पारीक, सुधा पारीक, अलका पारीक, रेणुका पारीक, चंचल सांखला व जयदयाल व्यास के सहयोग से भीम वृद्धाश्रम में आवासित आवासियों को गजक, फल, भुजिया, चॉकलेट, जुराब, दवाइयां व अन्य आवश्यक सामग्री भेंट की गई । पारीक ने बताया कि इस जीवन में अपने हाथ से जो कर दो वही इसी जीवन में लौटकर आता है साथ ही इससे आने वाली पीढ़ी को भी सेवाभाव के संस्कार मिलते हैं ।त्याग सेवा और सदाचार का मूलमंत्र अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है ।