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सब एक हो जाएंगे,भारत सहित पाक को भी हिंदू राष्ट्र बनाएंगे : पं.धीरेंद्र शास्त्री(बागेश्वर धाम)
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बीकानेर – नोखा के सीलवा गांव में हुई धर्मसभा, देशभर से पहुंचे संतों ने पूनम कुलरिया विला परिसर में दिए प्रवचन
।।हिंदू जातियों में बंटे हैं, जिस दिन सब एक हो जाएंगे, भारत सहित पाक को भी हिंदू राष्ट्र बनाएंगे : पं. धीरेंद्र शास्त्री।।
बागेश्वर धाम की बीकानेर में पहली बार हुई सभा ।।
प्रकाशमाली, छोटो राणा ने दी भजन की प्रस्तुतियां।
मूलवास सीलवा गांव में मंगलवार शाम को बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पहुंचे। अवसर था भामाशाह और उद्योगपति पूनम कुलरिया के नवनिर्मित विला के गृह प्रवेश का। मंगलवार शाम को हुई धर्मसभा में देशभर से संत पहुंचे और प्रवचन दिए। समारोह की शुरुआत सीथल पीठाधीश्वर महंत क्षमारामजी महाराज के सानिध्य में सुंदरकांड पाठ से हुई। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने धर्मसभा की शुरुआत से पहले बालाजी महाराज की पूजा की। इसके बाद जनमानस को जीवन जीवने के सूत्र बताए। भारत देश ही नहीं पाक को भी हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही। बोले कि आज हमारे देश में हिंदू अलग-अलग – जातियां में घंटे हैं। कोई बनिया है, कोई ब्राह्मण है, कोई राजूपत तो कोई अन्य जाति के लोग। इसी कारण आज इस हमारे देश में ही रहने वाले, हमारा ही खाने वाले है, हमें यहां से हटाने की बात कह रहे हैं। अगर सभी हिंदू एक हो जाए तो हम भारत के साथ ही पाक को भी हिंदू राष्ट्र बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस देश में हिंदुओं को दोगले हिंदुओं से खतरा है, ऐसे लोगों की पहचान करना जरूरी है। इसी के साथ उन्होंने सूत्र दिया – जो शेष है, वही विशेष है यानी हमारी जिंदगी का जो समय बचा है, हमें उसी को विशेष करना है। आदमी दो प्रकार से जीवन जीता है। एक ऐसा जीते हैं, जीवन का बहुत समय गुजर गया अब क्या होगा? दूसरे ऐसे होते हैं जो कहते हैं समय बहुत गुजर गया तो तो क्या हुआ, कुछ बचा हुआ है। है उसमें ही कुछ नया कर लेंगे। वे बचे हुए जीवन को विशेष बताते हैं. आज लोगों को इसी सोच की जरूरत है। जीवन में कुछ खोने से हताश होने वालों के लिए कहा जो पाया है, जो नहीं पाया है उसका कोई गम नहीं है, जो पाएंगे वह एक ख्वाब है, जो अभी पाया है वहीं लाजवाब है। उन्होंने वर्तमान की हर छोटी खुशी में खुश रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में अति आत्मविश्वास नहीं होना चाहिए। जो ऐसा करते हैं, उन्हें पछताना ही पड़ता है। इसके लिए उन्हें श्वान और बैलगाड़ी की कहानी भी सुनाई। उनकी कथा सुनने के लिए मंगलवार सुबह से ही नोखा, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, भरतपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, मुम्बई, दिल्ली सहित देश के अलग-अलग कोनों से हजारों लोग पहुंचे।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मंगलवार शाम सात बजे सड़क मार्ग से मूलवास सीलवा पहुंचे। वे नाल एयरपोर्ट से सीधे वहां पहुंचे थे। जैसे ही पंडित धीरेंद्र शास्त्री संत दुलाराम कुलरिया फलसा में पहुंचे। पूरा परिसर हनुमान जी, बागेश्वर बालाजी के जयकारों से गूंज उठा। बीकानेर से सीलवा तक भगवा ध्वज से मार्गों को सजाया गया। पूनम कुलरिया विला में घर की
महिलाओं द्वारा उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। अभिनंदन करने वालों में भामाशाह उद्योगपति पूनम कुलरिया, उनकी पत्नी बबीता कुलरिया, अभिषेक, गौरी-वान्या कुलरिया शामिल थी। भंवर-नरसी-पूनम कुलरिया द्वारा अतिथियों, राजनेताओं, साधु-संतों का स्वागत-अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर नोखा सीईओ हिमांशु शर्मा, जसरासर एसएचओ संदीप कुमार, नोखा थानाधिकारी अमित स्वामी, पांचू एसएचओ रामकेश मीणा, थानाधिकारी गंगाशहर परमेश्वर सुथार सहित 200 से ज्यादा पुलिस के जवान और अधिकारी तैनात रहे। सभा में भजन गायक प्रकाश माली, छोटूसिंह आति ने भी प्रस्तुतियां दी।

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Gordhan Soni

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