जितेन्द्र सिंह राजवी ने बताया की
बीकानेर के 538वे स्थापना दिवस पर शहर फिर एक सुंदर आयोजन का साक्षी बनेगा । बीकानेर के स्थापना के समय से चलती आ रही रीती को पिछले वर्ष बीकानेर स्थापना दिवस पर बीकानेर राजवी परिवार के अभिमन्यु सिंह राजवी ने अपने निवास पर गोदारा जाट समाज के प्रतिनिधियों को मीठा खीचड़ा जिमाकर पुनः स्थापित किया था । अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित अपनत्व और समरसता की परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी गोदारा सहित जाट समाज की अन्य समस्त गोत्र के प्रतिनिधियों सहित राजपूत समाज एवं बीकानेर के गणमान्य नागरिक गण की उपस्थिति में जाट एवं राजपूत समाज के लोग एक दूसरे को मीठा खीचड़ा एवं गुड़ राबड़ी से मुँह मीठा कराकर बीकानेर स्थापना की खुशी मनायेंगे । उक्त आयोजन रानी बाज़ार स्थित डेरा जय भवन में आयोजित होगा ।
उल्लेखनीय है की बीकानेर राज्य के संस्थापक राव बीका की गोदारा जाटों के मुखिया पाण्डु गोदारा से संधि एवं मित्रता थी । जनश्रुति है की बीकानेर के क़िले की नीव श्री करणी माता द्वारा रखने के बाद की शिला गोदारा जाट के हाथ से भी रखवाई गई थी । बीकानेर स्थापना के दिन राव बीका ने अपने मेहमानों को मीठा खीचड़ा जिमवाया था । तब से आखा बीज पर राव बीका के वंशजों द्वारा गोदारा जाटों को मीठा खीचड़ा जीमाने की रीत प्रचलित हुई थी । बीकानेर के नए महाराजा का राजतिलक करने का अधिकार भी पांडु गोदारा के वंशजों को ही प्राप्त है । पिछले दशकों में यह रीति भी लुप्तप्राय हो गई थी । पिछले वर्ष अभिमन्यु सिंह राजवी ने लगभग चालीस वर्ष बाद इस रीत को पुनः स्थापित किया था ।
