


नोखा 6 अक्टूबर। अनुशासन को जीवन शैली में शामिल करके _नशा मुक्त भारत_ बनाने का आह्वान। अणुव्रत समिति नोखा द्वारा मनाए जा रहे अणुव्रत प्रेरणा उद्बोधन सप्ताह के छठे दिन को अनुशासन दिवस के रूप में मनाया गया ।साथ ही नशा मुक्ति विषय पर उद्बोधन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शासन गौरव साध्वी राजीमति ने अनुशासन की महत्ता एवं नशे से मुक्त होने ,मुक्त करवाने के गुर बताएं । इस अवसर पर शासन गौरव ने इस वर्ष आयोजित हो रहे अणुव्रत सप्ताह की गतिविधियों की सराहना करते हुए सभी सदस्यों को साधुवाद दिया। इस अवसर पर अनुशासन का गहरा रिश्ता नशे की लत से जोड़ते हुए योग ,प्राणायाम एवं दैनिक दिनचर्या के सूक्ष्म तरीके अपनाकर बचने के तरीके बताएं।अध्यक्ष रमेश कुमार व्यास ने बताया कि नशा मुक्त भारत विषय पर आधारित उद्बोधन प्रतियोगिता में मांगीलाल बागड़ी महाविद्यालय की खुशबू टाक ने प्रथम जैन कन्या महाविद्यालय की कनिष्का शेखावत ने द्वितीय एवं करीना कीचड़ श्री जैन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की करीना खीचड़ ने तीसरा sthan प्राप्त किया। अनुशासन का जीवन में महत्व विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर राधा गवारिया, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय चाचा नेहरू विद्यालय ने वर्षा पंडित ने दूसरा एवं जय तुलसी विद्या विहार की भावना सुथार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। आकांक्षा औद्योगिक महिला प्रशिक्षण संस्थान की मोनिका कंवर, जैन कॉलेज की तारा भार्गव,चाचा नेहरू स्कूल की नंदिनी पंचारिया की प्रस्तुति भी सराहनीय रही ।विज्ञान स्वास्थ्य एवं शिक्षा को जोड़ते हुए साध्वी मनोज्ञ प्रभा ने नशे की बुरी लत से बचने के उपायो पर सहज तरीके से जानकारी देते हुए प्रेरक उद्बोधन दिया। छात्र यशवनी सेन एवं मनीषा पुगलिया ने अनुशासन विषय पर अपना प्रभावशाली उद्बोधन कहानी एवं कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया ।मुकेश वैद ने वर्तमान समय में मोबाइल उपयोग की लत को नशा बताते हुए इसे बचाने की आवश्यकता पर बल दिया । निर्णायक मंडल के सदस्य हरेंद्र डूडी एवं उमेश चंद्र आचार्य को अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह साहित्य एवं कलम देकर सम्मानित किया गया। सभी विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कार किया गया। कार्यक्रम में समिति के मंत्री गजेंद्र पारख आगंतुकों का स्वागत करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया संचालन दिनेश उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम में कविराज इंदरचंद वेद ,नवनीत कुमार वर्मा इंद्र चंद मोदी, खुशबू ललवानी, जयकरण चारण ,मनोज घीया, उर्मिला तापड़िया हंसराज भूरा आदि का सहयोग सराहनीय रहा।













