प्रदेश की अर्थव्यवस्था बेपटरी हुई- विकास से कोसों दूर है यह बजट
बीकानेर । भारतीय जनता पार्टी शहर जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान विधानसभा में प्रस्तुत बजट को एक घोषणा वीर बजट बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का वित्तीय प्रबंधन इतना खराब है कि गत वर्षों की बजट घोषणाएं भी अभी तक धरातल पर सिरे नहीं चढ़ी है। उन्होंने किसानों के लिए की गई घोषणाओं को मात्र छलावा बताया है।
सिंह ने कहा कि दिल्ली में किसान आंदोलन का समर्थन करने वाली सरकार को अपने प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा करके दिखाना चाहिए था जो उन्होंने न कर प्रदेश के किसानों को गुमराह किया। राजस्थान के किसान हरियाणा में जाकर फसल बेचने पर मजबूर हो रहे है।
सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केंद्र की अधिकांश योजनाओं को प्रदेश का कलेवर और नया नाम देकर अमलीजामा पहना दिया है। अस्पतालों में न चिकित्सक हैं, ना नर्सिंगकर्मी, ना दवाइयां है और ना ही उचित जाँच सुविधा। इसी प्रकार महाविद्यालयों में ना शिक्षक है ना छात्रों के बैठने की सुविधा। संविदाकर्मियों के साथ एक बार फिर कुठारघात किया है। उनकी स्थाई नियुक्ति ना कर सिर्फ़ मानदेय बढ़ा कर एक बार फिर उनके साथ अन्याय किया गया है ।
सरकार इस बजट के माध्यम से राज्य की बदहाल आर्थिक स्थिति को ठीक करने, महिला सुरक्षा, बेरोजगारी को रोकने, जैसे मुद्दों पर एक बार फिर विफल साबित हुई है।