कस्बे के श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय में आयोजित महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर जॉन क्रिकेट प्रतियोगिता में सोमवार को फाइनल मुकाबला खेला गया। इस मैच मे श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय की टीम विजेता व बीकानेर एमजीएसयू की टीम उपविजेता रही। मैच की समाप्ति के बाद महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के उपसचिव रामचंद्र राठी ने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए जीत और हार से बड़ी खेल भावना होनी चाहिए। हार और जीत तो होती रहती है। विद्यार्थी खेल के गुणों को धारण करें। विश्वविद्यालय ऑब्जर्व धर्मवीर सिंह शेखावत ने कहा कि खिलाड़ी खुद को कमजोर नहीं समझे। एक अच्छा खिलाड़ी असफलता के बाद ही तैयार होता है। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्रचार्य विनोद सुथार ने सभी खिलाड़ियों का अभिनन्दन किया। प्रतियोगिता प्रभारी सुनील आचार्य, खेल प्रभारी मुकेश जांगिड़ ने खिलाड़ियों को विश्वविद्यालय स्तर आयोजित सेमीफाइनल मैच के लिए तैयार रहने की बात कहीं। हिन्दी विभाग के प्रोफेसर राजेश कुमार मीणा ने खिलाड़ियों के प्रर्दशन की प्रशंसा की। मैच के स्कोरर राजेश सेवक ने बताया कि इस मैच में श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बीकानेर की महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की टीम के सामने 71 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में बेटिंग करने आई महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की टीम 58 रन ही बना पाई। शुरुआत के दस रनों पर ही विश्वविद्यालय की टीम के पांच विकेट गिर गए। जिसके कारण पारी लड़खड़ा गई।