बीकानेर। हिंदी फिल्मों के पार्श्वगायक रहे मोहम्मद रफी के गीतों को अपनी मधुर आवाज में गाने वाले एवं लोक देवता बाबा रामदेव जी के सावन -भादवे के महिने में लगने वाले रात्रि के जागरणों में भजनों को अपनी दंबग आवाज से गाने वाले मुनीर भाई मिरासी का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को उनका 61 वर्ष की आयु में देहांत हो गया था।
सबसे पहले उन्होंने मोहम्मद रफी की प्रथम पुण्यतिथि पर 1981मे रफी नाईट शो में रफी के फिल्मी गीतों को गाकर अपनी गायिका का आगाज किया था। इन्होंने अपनी लाइफ में हजारों की तादाद में बाबा रामदेव जी के जागरणों में भजन तथा रफी साहब की पुण्यतिथि पर फिल्मी गीतों को गाया। गुरुवार को मुनीर भाई के जनाजा में स्थानीय कलाकारों सहित हजारों की तादाद में संगीत प्रेमी लोग शामिल हुए। सार्दुल कॉलोनी स्थित उनके आवास से गुरुवार दोपहर को मयय्त निकली, तो शोकाकुल संगीत प्रेमी लोगों का कारवां जुड़ता गया। खान कॉलोनी कब्रिस्तान पहुंचते-पहुंचते मजमा से लग गया।
परदेशियों की मस्जिद के मौलाना
इमाम ने नमाज-ए-जनाजा अदा कराई। वहीं उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इसमें पूर्व महापौर हाजी मकसूद अहमद, बीकानेर शहर कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष अब्दुल मजीद खोखर, नेता और कलाकार अनवर अजमेरी, पर्यावरण संरक्षण प्रेमी और समाजसेवी सीताराम कच्छावा, मुम्बई के कलाकार राजा सलीम (अलबेला), शहर भाजपा अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष सोहन लाल चांवरिया, कांग्रेस सफाई /मजदूर संघ के नेता राजन जैदी(वाल्मीकि), भाजपा युवा नेता श्याम मोदी, तबादला वादक गुलाम हुसैन, समाजसेवी मुकेश शर्मा, गायक कलाकार कमल श्रीमाली, मास्टर भंवर अली, कलाकार अशोक जसमतिया, कलाकार अजय सिंह, दिनेश कल्ला,बाबर कोहरी, बैंड मास्टर शबीर मिराश्री, छोटू खान मिरासी,चांद मिरासी आदि जनाजे की अंतिम यात्रा में शामिल थ।