बीकानेर, 15 जुलाई। जैन श्वेताम्बर खरतरAगच्छ के आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी बीकानेर के सम्यक रत्न सागर सहित 17 मुनियों व पांच साध्वियों के श्रावक श्रावक-श्राविकाओं के चतुर्विद संघ के साथ चातुर्मासिक प्रवेश करेंगे। मुनि व साध्वीवृंद के चातुर्मासिक व्रत-नियम तपस्याएं व प्रवचन के कार्यक्रम चातुर्मासिक चतुर्दशी (आसाढ़ सुदी 14) शनिवार से शुरू होंगे।
श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि आचार्यश्री व मुनिवृंद गंगाशहर के अरिहंत भवन से सोमवार सुबह लक्ष्मीनाथ घाटी स्थित पन्नालाल हनुमान मल सिपानी निवास में नवकारसी करते हुए भांडाशाह जैन मंदिर पहुंचेगे। भांडाशाह जैन मंदिर से सुबह आठ बजे चतुर्विद संघ की शोभायात्रा के साथ गाजे बाजे से चातुर्मासिक प्रवेश करेंगे।
जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ ने बताया कि आचार्यश्री, मुनि व साध्वीवृंद की चातुर्मासिक प्रवेश की शोभायात्रा छह शताब्दी प्राचीन भांडाशाह जैन मंदिर से रवाना होकर सुराणा मोहल्ला, बैदों का महावीरजी मंदिर होते हुए बांठिया, आसानियों का चौक, रामपुरिया, गोलछा, मुकीम बोथरा, नाहटा भगवान आदिनाथ मंदिर, भुजिया बाजार के चिंतामणि आदिनाथ मंदिर दर्शन वंदन करते हुए ढढ्ढा चौक पहुंचेगी। जहां धर्म सभा होगी। धर्म सभा के बाद गोगागेट के अंदर श्री अग्रसेन भवन में साधर्मिक भक्ति का आयोजन होगा।
जिनेश्वर युवक परिषद के मंत्री मनीष नाहटा ने बताया आचार्यश्री के चातुर्मासिक प्रवेश में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को देश-प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से करीब 150 श्रावक-श्राविकाएं बीकानेर पहुंच गए। कई श्रद्धालु मंगलवार सुबह बीकानेर पहुंचेंगे। उनके आवास की व्यवस्था महावीर भवन, अग्रसेन भवन, मावा पट्टी के भवन सहित विभिन्न स्थानों पर की गई है।