नवकार महामंत्र जाप व नवपद ओली का समापन आज, शुक्रवार
तक होंगे कार्ड जमा, 20 को लक्की ड्रा निकाला जाएगा
बीकानेर,16 अक्टूबर। जैनाचार्य श्री जिनपीयूष सागर सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा 18 , साध्वीश्री विजय प्रभाश्रीजी, प्रभंजनाश्रीजी आदिठाणा के सान्निध्य में आयोजित 81 दिवसीय 5 करोड़ नवकार महामंत्र के जाप का समापन गुरुवार श्री नमिनाथ परमात्मा का च्यवन कल्याण व शरद पूर्णिमा के दिन होगा। आचार्यश्री के सूरिमंत्र के साथ 13 उपवास की अनुमोदना चतुर्विद संघ ने की । बुधवार को नवपद ओली पर्व में चारित्र पद की साधना की गई। नवपद ओली पर्व का समापन गुरुवार को होगा।
श्री सुगन जी महाराज का उपासरा ट्रस्ट एवं श्री जिनेश्वर युवक परिषद के संयुक्त तत्वावधान में नवकार महामंत्र का जाप 29 जुलाई को शुरू हुआ था। जाप में करीब एक हजार जैन परिवारों को जाप के लिए कार्ड,आसन, माला आदि प्रदान किए गए। श्री सुगन जी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ व मंत्री मनीष नाहटा ने बताया कि जाप कार्ड के साथ नियमावली दी गई। इसके अनुसार नवकार महामंत्र के सम्पूर्ण पदों का 68 अक्षर, 9 पद प्रतिदिन श्रावक-श्राविकाओं को 9 माला गिनना अनिवार्य था। प्रतिदिन श्रावक-श्राविकाओं ने व्यक्तिगत व परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर शुद्ध, पवित्र स्थान यथा घर के मंदिर, आस पास के जिनालयों व प्रवचन पंडाल में पूर्ण की ।
श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष मुसरफ ने की नियमावली में बताया गया कि नवकार जाप में नौ प्रकार की शुद्धियों को अनिवार्य किया गया। इनमें द्रव्य शुद्धि, क्षेत्र, काल, भाव,आसन, विनय, मन व वचन शुद्ध रखने तथा माला को हृदय के नजदीक, नाभि से ऊपर तथा नाक के नीचे रखकर जाप साधना करने का संकल्प दिलाया गया। सभी श्रावक-श्राविकाओं ने आचार्यश्री की ओर से दिए गए नियमों की पालना करते हुए जाप किया। नवकार जाप की पूर्णाहुति पर 20 अक्टूबर को 9 लक्की ड्रा निकाले जाएंगे। लक्की ड्रा के 9 विजेताओं के साथ सभी जाप करने वाले आराधकों का बहुमान किया जाएगा।
साधना अनुमोदना उत्सव 19 व 20 को
जैनाचार्य श्री जिनपीयूष सागर सूरीश्वरजी महाराज की सूरी जी द्वारा सर्वसिद्धिदायक सूरिमंत्र साधना की 5 वीं पीठिका की 16 दिवसीय मौन पूर्वक, 16 उपवास सहित सवा लाख मंत्र साधना शिखर रोहण के प्रसंग पर दो दिवसीय साधना अनुमोदना उत्सव 19 व 20 अक्टूबर को आयोजित किए जाएंगे। बुधवार को आचार्यश्री की 13 दिन की तपस्या की अनुमोदना की गई।
श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट एवं श्री जिनेश्वर युवक परिषद की ओर से शनिवार 19 अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े छह बजे गणधर गौतम स्वामी चरण कमल में सवा लाख मोंच्चारपूर्वक पुष्प् समर्पण अनुष्ठान होगा। श्री सुगनजी महाराज के उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि पुष्प् समर्पण अनुष्ठान में पूजा के वस्त्र में श्रावक हिस्सा ले सकेंगे। रविवार 20 अक्टूबर को सूरिराज की साधना के पश्चात सकल संघ के द्वारा प्रथम गुरु दर्शन, सह जिनालय दर्शन, वंदन प्श्चात प्रवचन सभा में महामांगलिक होगा। उनके पश्चात महावीर भवन में स्वधर्मी वात्सल्य का आयोजन श्री कंवर लाल, संतोष देवी , मनीष, निधि, जितेश-मोनिका, भीनव, कीर्तन्य, घनिष्ठ , लुव्य नाहटा परिवार की ओर से किया जाएगा। सोमवार 21 अक्टूबर को ढढ्ढा चौक में बच्चों के लिए श्री जिनेश्वर सुपर मॉल रात आठ बजे से लगाया जाएगा।
नवपद ओली पर्व प्रवचन-धर्म चर्चा में बीकानेर के मुनि सम्यक रत्न सागर महाराज ने सम्यक् चारित्र पद का विस्तृत विवेचन किया। उन्होंने कहा कि सम्यक चारित्र में नए आने वाले कर्मों को रोकने की मन, वचन, काया की प्रवृति अप्रमत्तता के साथ करनी चाहिए। अशुभ क्रियाओं का त्याग और शुभ क्रियाओं अप्रमत्त भाव लाएं। हिंसा, असत्य, चोरी, मैथुन, परिग्रह, क्रोधादि कषाय इत्यादि अठारह पाप स्थानक या उसमें से, किसी भी एक पाप स्थान का सेवन की किया अशुभ है। जिस क्रियाओं के द्वारा विषय कषाय की वृति प्रवृति दीप्त हो ऐसी क्रियाओं को शास्त्राकार भगवंतो ंने अशुभ क्रिया कहा है। साध्वी श्री प्रभंजना श्रीजी ने श्रीपाल मैना सुंदरी के कथानक सुनाया।
स्नात्र व भक्तामर पूजा
ढढ्ढा चौक के पारख निवास पर बुधवार को आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सानिध्य में मुनिवृंद के नेतृत्व में विलक्षण महिला मंडल की ओर से स्नात्र व भक्तामर पूजा भक्ति संगीत के साथ की गइ्र्र। पूजा में इंजीनियर अशोक पारख-विमला, अनिल-ममता पारख परिवार के सदस्यों ने भागीदारी निभाई। पूजा में शामिल श्रावक-श्राविकाओं का श्रीफल से अभिनंदन किया गया। मुनिवृंद ने मंत्रोच्चारण व भक्ति गीत प्रस्तुत किए।