निकाली गई शोभा यात्रा
नोखा। कस्बे के रोड़ा रोड़ पंचारिया ट्यूबवेल के पीछे महर्षि गौतम नगर कान्हा महाराज की खेड़ी मे नोखा के जाने माने विद्यवान पंडित कन्हैया लाल जेठीदेवी पंचारिया की और से 14 नवम्बर से चल रही श्रीमद भागवत कथा के सातवे दिन बुधवार को सम्पन हुई। व्यास पीठ पर विराजित श्री बालाजी धाम के महामंडलेश्वर आचार्य श्री बजरंग दास जी महाराज खचा खच भरे मेरे विशाल पांडाल में हजारों की तादाद में उपस्थित नर-नारी धर्म प्रेमीयों को अपनी अमृत मयी मधुर वाणी के कथा पान करवाते हुए कृष्ण लीला, उद्धव गोपी संवार, आदि विभिन्न प्रसंग की कथा पान करवाते हुए श्रोताओ को भाव विभोर कर दिया। कृष्णलीला पर नटखट लाला कन्हैया की हरकतों को देख कर मैया कन्हैया को डांटते हुए कहा तुने मिट्टी खाई हे लाला ने कहा नहीं मैया मेने मीट्टी नहीं खाई तो मैया नहीं मानी और कहा मुँह खोलो तो भगवान कृष्ण ने मुंह खोला तो मैया ने पूरी त्रिलोकी देख ली महाराज ने कहा कि किसी भी तरह का बेटे में संकट आ जाता है तो मां को घर बैठे ही पता चल जाता है माँ की ममता का बखान किया। महाराज ने कहा कि कन्हैया नाटक करने में नम्बर एक है। कन्हैया वैजयन्ती माला पहनते है और सुन्दर बंसी बेसी बजाते है। भगवान की बंसी सुन गोपियां दौडी आती हे और कहती है कन्हैया जब मैं भोजन बनाती हूँ तब तुम बंसी मत बजाना। इस दौरान आयोजक कन्हा महाराज पंचारिया ने भजन वृन्दावन की कुंज गलियों में मुरली जोर से बजाई रे मेरे नन्दलाला की प्रस्तुती दी तो महाराज ने स्वागत करते हुए कहा कि स्वामीजी रामसुखदासजी महाराज उस राग में गाया करते थे अपने स्वामीजी की याद दिला दी।
चीर हरण प्रसंग सुनाते हुए महाराज ने कहा कि जल में निःवस्त्र होकर स्नान नहीं करना चाहिये लेकिन गोपिया नहीं मानती और कहती है कि इतनी जल्दी प्रात: 4 बजे कौन आता है और स्नान करती है तो 7 वर्ष के कन्हैया ने उनके वस्त्र -चुरा लिये। महाराज ने श्रीमद भागवत कथा का मंत्र बताते हुए कहा कि जिसका विवाह नहीं हो रहा है तो इस मंत्र का जाप करें विवाह हो जायेगा।
कथा समापन के पश्चात विशाल शोभा यात्रा निकाली गई और आयोजक कन्हैया महाराज जेठी देवी पंचारिया ने अपने सिर पर श्रीमद भागवत कथा को पंचारिया चौक स्थित भगवान सत्यनारायणजी मंदिर जहाँ से कथा आई थी वहाँ पहुंचाते हुए वहाँ विराजमान की। शोभा यात्रा में काफी संख्या में मातृ शक्ति नर्त्य कर रही थी। शोभा यात्रा में परिवार सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग मोजुद रहे।