
प्रदेश सरकार द्वारा आज पेश किए गए बजट को कांग्रेस के ओबीसी विभाग के उपाध्यक्ष कमल साध ने खोखली घोषणाओं का पुलिंदा करार दिया। उन्होंने कहा कि महंगाई को लेकर सरकार की कोई ठोस योजना नहीं है। प्रदेश में कर्ज की स्थिति को देखते हुए जल्दी ही प्रदेश के प्रति व्यक्ति पर एक लाख रुपए कर्ज होगा
इसे पूरी तरह विफल और कर्ज का बोझ बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट केवल खोखली घोषणाओं का पुलिंदा है, जिसमें जनता को किसी तरह की वास्तविक राहत देने की कोई योजना नहीं है।राज्य पर बढ़ते कर्ज से हर नागरिक पर बढ़ेगा बोझ भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महज एक साल के शासन में राज्य पर एक लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज चढ़ गया है। यह कर्ज अगले वर्ष तक सात लाख करोड़ रुपये से भी अधिक हो जाएगा, जिससे हर नागरिक पर औसतन एक लाख रुपये का कर्ज बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार आर्थिक कुप्रबंधन का जीता-जागता उदाहरण है, जो केवल दिखावटी घोषणाएं कर रही है, लेकिन
महंगाई से राहत के लिए कोई ठोस योजना नहीं
कमल साध ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आम जनता इस समय महंगाई से बुरी तरह त्रस्त हे, जबकि भाजपा सरकार ने इस बार के बजट में महंगाई शब्द तक शामिल नहीं किया।
साध ने कहा कि पिछली बार सरकार ने 10 संकल्प तय किए थे, लेकिन इस बार इन संकल्पों का भी बजट में कोई जिक्र नहीं किया गया। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार के पास कोई दीर्घकालिक योजना नहीं है और यह सिर्फ दिखावे की घोषणाएं करने में लगी हुई है।