
बीकानेर, 23 अप्रेल। साधुमार्गी हुक्म संघ के नवम पट्टधर उत्क्रांति प्रदाता, देशनोक मूल के आचार्य भगवन रामलाल जी म.सा. व बहुश्रुत वाचनाचार्य उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि के गंगाशहर-भीनासर प्रवास के दौरान विभिन्न तरह की साधना, आराधना के साथ श्रावक-श्राविकाएं गर्मी के मौसम में कठोर तपस्या करते हुए धर्म-ध्यान कर रहे हैं। आचार्यश्री नियमित विभिन्न तपस्याओं के पचखान ( नियम ) दिला रहे हैं।
भीनासर निवासी गुवाहाटी निवासी 63 वर्षीय कमलचंद पटवा पुत्र सुश्रावक मगन मल पटवा ने भीषण गर्मी में 13 दिन की तपस्या बुधवार पूर्ण की । उनकी 16 दिन की भावना है। पटवा आहार के नाम पर केवल उबला हुआ सीमित जल ग्रहण कर रहे है। पटवा के पारिवारिक सदस्य सुरेंद्र कोचर ने बताया कि इससे पहले भी पटवा ने 15, 17, 18, 30 व 31 (मास खमण की ) तपस्या देव, गुरु व धर्म की कृपा से आनंदपूर्वक पूर्ण कर चुके है।
कोचर ने बताया कि सुश्रावक कमल चंद पटवा की माता स्वर्गीय आशा देवी पटवा ने भी गुरु भगवन के आशीर्वाद से अनेक तपस्याएं की । उन्हीं की प्रेरणा व आशीर्वाद से कमल चंद पटवा के साथ उनकी धर्मपत्नी मंजू देवी भी एक से आठ, 15 व 31 (मास खमण की) तपस्याएं कर चुकी है। वे पिछले 30 वर्षों से एकान्तर तप कर रही है। इसमें एक दिन खाना व एक दिन उपवास रखना होता है। सावन व भादों में एकांतर तप के दौरान नवकार महामंत्र का जाप के साथ सामयिक, प्रतिक्रमण व जीव दया आदि नियमों की पालना श्रद्धा पूर्वक करती है। तपस्वी कमल पटवा की बहन बीकानेर निवासी गुलाब देवी कोचर भी नित तपस्याएं कर अपने आत्म कल्याण की साधना कर रही है। श्रीमती गुलाब कोचर ने एक से नौ दिन, 15 दिन व 30 दिन की तपस्या कर चुकी है।
