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आवासीय भूखण्ड का मालिकाना हक ‘पट्टा’ एवं रोजगार के लिए जॉबकार्ड मिला तो चेहरे पर आई रौनक ,विरमा का सहारा बनी राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना
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आवासीय भूखण्ड का मालिकाना हक ‘पट्टा’ एवं रोजगार के लिए जॉबकार्ड मिला तो चेहरे पर आई रौनक

प्रशासन गावों के संग अभियान के तहत सोमवार को लूणकरणसर की नाथवाना ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर के दौरान दिव्यांग किशनलाल पुत्र जैसाराम मेघवाल को आवासीय भूखंड के पट्टे और मनरेगा के तहत जॉब कार्ड की सौगात मिली तो वह फूला नहीं समाया।
कई वर्षों से आवासीय भूखण्ड का पट्टा बनाने की इच्छा थी, इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहा था, लेकिन अभियान के तहत ग्राम पंचायत में शिविर लगा तो वर्षों की आस मिनटों में पूरी हो गई। उपखंड अधिकारी तथा शिविर प्रभारी अशोक कुमार, विकास अधिकारी शीला देवी, तहसीलदार द्वारका प्रसाद तथा सरपंच अनिता स्वामी की मौजूदगी में यह सौगात मिली। इसी प्रकार उसने शिविर के दौरान ही मनरेगा के तहत जॉब कार्ड के लिए आवेदन किया, तो शिविर स्थल पर ही जॉब कार्ड जारी करते हुए उसे सौंप दिया गया। इतनी आसानी से काम हो गए तो वह फूला नहीं समाया, उसने सरकार की इस पहल को उपयोगी बताया।

विरमा का सहारा बनी राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना

बीकानेर, 6 दिसंबर। प्रशासन गांवों के संग अभियान ने रासीसर बड़ा बास निवासी विरमा देवी को संबल दिया। विरमादेवी के पति रामलाल की मृत्यु सुरधना पड़िहारान की रोही में स्वयं के खेत में बनी पानी की डिग्गी में पैर फिसलने से डूबने के कारण हो गई। इस घटना ने विरमा को तोड़कर रख दिया। उसका जीवन अंधकारमय हो गया। ऐसे दौर में कृषि विपणन विभाग द्वारा संचालित राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना ने उसे संबल दिया। योजना के प्रावधान के तहत 2 लाख रुपये की सहायता राशि का चैक सचिव कृषि उपज मण्डी समिति (अनाज) के माध्यम से विरमा को सोमवार को आयोजित शिविर के दौरान दिया गया। यह चेक उपखंड अधिकारी तथा शिविर प्रभारी अशोक कुमार बिश्नोई ने प्रदान किया। बुरे दौर में यह सहायता पाकर विरमा ने सरकार का आभार जताया।

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Gordhan Soni

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