बीकानेर, 7 मार्च।उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि समाज की सेवा में भामाशाहों का सदैव प्रेरक योगदान रहा है। जीव जतन जन कल्याण ट्रस्ट द्वारा
श्रीडूंगरगढ़ में नवनिर्मित राजकीय सदू देवी पारख कन्या महाविद्यालय भवन के लोकार्पण समारोह में गुरुवार को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने जीव जतन जन कल्याण ट्रस्ट द्वारा शिक्षा के रूप में श्रीडूंगरगढ़ वासियों को दी गई इस सौगात
के लिए पारख परिवार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कार्य न केवल समाज के विकास में भामाशाहों की प्रतिबद्धता दिखाते हैं बल्कि इससे व्यक्तियों की अपनी जड़ों और मातृभूमि के प्रति कृतज्ञता भी प्रकट होती है । उपमुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री बैरवा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के आधारभूत ढांचे को मजबूती देने के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। यहां आवश्यकतानुसार स्टाफ उपलब्ध करवाया जाएगा। बैरवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में हर व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण है हम सब अपने देश को विकसित बनाने में भागीदारी का संकल्प लें।
इस अवसर पर केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि जीव जतन जन कल्याण ट्रस्ट व पारख परिवार ने परोपकार की मरु संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य किया हैं। व्यापार बाहर करने के बावजूद वे इस क्षेत्र के विकास में सदैव तत्पर रहे हैं। कन्या महाविद्यालय भवन का निर्माण इस क्षेत्र की बालिकाओं के शैक्षिक उत्थान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का जो नारा दिया है पारख परिवार जैसे भामाशाह सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर विकास के इस संकल्प को सिद्ध कर रहे हैं। कन्या महाविद्यालय के लिए निर्मित भवन इस क्षेत्र की बालिकाओं के उज्जवल भविष्य को नई दिशा प्रदान करेगा।
समारोह में श्री डूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने कहा कि विद्या का दान सर्वेश्रेष्ठ है ।शिक्षा व्यक्ति के जीवन का अंधेरा दूर करती है। इस कालेज भवन का निर्माण होने से क्षेत्र की बालिकाओं को शिक्षा का नया उजियारा मिलेगा। यह पहल क्षेत्र के और भामाशाहों को भी समाजसेवा की प्रेरणा देगी। उन्होंने इस महाविद्यालय के और विकास का भरोसा दिलाया।
हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि कहा मरुधर संतों की भूमि है। परोपकार यहां के लोगों के जीवन का मूल भाव है। यह जीवटता यहां के लोगों के स्वभाव से भी प्रकट होती है। समाज सेवा में समर्पित लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बालमुकुंदाचार्य ने क्षेत्र की समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि यहां के शिक्षक और निवासी इस महाविद्यालय को और प्रगति की तरफ अग्रसर करने में योगदान दें।
समारोह में अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
जीव जतन जन कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष जतनलाल पारख ने कहा कि समाज ने उनके परिवार को जो सम्मान दिया है ,ज्ञान की देवी के इस मंदिर निर्माण के माध्यम से उन्होंने समाज के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए अपने धर्म का निर्वहन करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि उनके पूर्वजों विशेष तौर पर उनकी दादी स्वर्गीय सदू देवी ने उन्हें सदैव अपनी जड़ों से जुड़े रहने की सीख दी थी। वे आगे भी परोपकार के कार्यों से जुड़े रहेंगे।उन्होंने सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। इससे पूर्व अतिथियों ने सदू देवी की मूर्ति का भी अनावरण किया।
इस अवसर पर नगरपालिका श्रीडूंगरगढ़ चैयरमैन मानमल शर्मा ,पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, प्राचार्य डॉ नंदिता सिंघवी, कालेज प्राचार्य इंदिरा गोस्वामी, पूर्व चेयरमैन रामेश्वर पारीक, गुमान सिंह राजपुरोहित, प्रकाश चाण्डलिया, आनंद पारख, जय पारख, उत्कर्ष बाफना, चंपालाल गेदर, रामगोपाल सुथार , सरिता डागा, राजू देवी, लूणी देवी, प्रोफेसर मंजू मीणा, अजंता गहलोत, शशि वर्मा, सुनिता बिश्नोई सहित अन्य स्टाफ व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।