बीकानेर, 29 मई। राज्य कृषि प्रबंध संस्थान-दुर्गापुरा (जयपुर) द्वारा प्रायोजित एवं अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) खंड बीकानेर द्वारा आयोजित दो दिवसीय ऑफ केंपस प्रशिक्षण ‘गुलाबी सुंडी और टिड्डी का नियंत्रण एवं प्रबंधन’ की बुधवार को शुरू हुआ।
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास निदेशालय के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में बीकानेर खंड के 70 से अधिक कृषि अधिकारी से लेकर अतिरिक्त निदेशक (कृषि) स्तर तक के कृषि अधिकारी गुलाबी सुंडी और टिड्डी नियंत्रण व प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर मंथन करेंगे। प्रशिक्षण का शुभारंभ स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अरूण कुमार, राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान-जयपुर के निदेशक डॉ.ईश्वर लाल यादव और कृषि आयुक्तालय के अतिरिक्त निदेशक (आदान) डॉ.सुवालाल जाट ने किया।प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक और उपनिदेशक (कृषि) विनोद कुमार भी मौजूद रहे।
कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने कृषि विभाग एव विश्वविद्यालय के समन्वयन से इस प्रकार के आयोजनों को और बढा़वे देने पर जोर दिया और कहा कि किसानों को अनुसंधान का व्यापक लाभ मिले, इसके लिए सतत प्रयास किए जाएं।
डॉ.सुवालाल ने टिड्डी नियंत्रण एवं प्रबन्धन से जुड़ी व्यावहारिक जानकारी दी। डॉ.ईश्वर लाल यादव ने सामयिक मुद्दों पर खंड के कृषि अधिकारियों को केंद्रीय एवं राज्य सरकार के संस्थानों के अनुभवी कृषि वैज्ञानिक एवं अधिकारियों द्वारा व्यावहारिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण में ऑफ केंपस प्रशिक्षणों की आवश्यकता एवं महत्व के बारे में बताया।
टेक्निकल सेशन में टिड्डी नियंत्रण विभाग बीकानेर के डॉ एन के भार्गव, पीएयू लुधियाना के सेवानिवृत्त प्रो. (डॉ.) जोगिंदर सिंह, एसकेआरएयू के एसोसिएट प्रोफेसर कीट विज्ञान डॉ.वी.एस. आचार्य, कीट वैज्ञानिक डॉ केशव मेहरा ने गुलाबी सुंडी एवं टिड्डी प्रबंधन तथा नियंत्रण पर पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से तकनीकी जानकारी दी। प्रशिक्षण में खंड बीकानेर के बीकानेर, चूरू, जैसलमेर जिलों से कृषि विस्तार, उद्यानिकी, आत्मा, सिचिंत क्षेत्र विकास, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, एटीसी, क्यूसी ,पेस्टिसाइड टेस्टिंग लैब आदि के अधिकारी उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने किया।