बीकानेर भूमि चयन के मामले में शहर विधायक की बात मान लेनी चाहिए.
आम व्यक्ति को होने वाली परेशानी विधायक से ज़्यादा कोन समझ सकता है.
प्रशाशन के लोग 1-2 वर्ष की अपनी पोस्टिंग के दौरान कितना बड़ा कष्ट दे जाते है वो भी दूरदृष्टि के नाम पर इसका बड़ा उदाहरण RTO ऑफिस को शहर से बाहर कर के देख लिया. क्या विकास हुआ वहाँ, सड़क तक ठीक नहीं है, एक बार जाने आने का खर्च 300/- रुपए विकास के नाम पर ग़रीब आदमी के लग जाते है. महिला अकेली जाने का साहस कर ही नहीं पाती. 15 वर्ष बाद भी सड़क न है वहाँ. सारा काम एजेंट से करवाना मजबूरी बन गई है.
अब शहर के बाहर दूसरे कोने का विकास BDA भवन बना कर सोचना. कुछ अजीब सा लगता है.
विधायक को यही पर लोगो को जवाब देना पड़ेगा जीवन भर इस लिए उनकी बात सुन लेना चाहिए.
और हाँ बीकानेर के बाकी विधायक क्या कर रहे है. क्या उनके लोगो को कोई परेशानी न होगी.
हाथ जोड़कर प्रशासन से बिनती है, सकारात्मक सोचें. सही में आम नागरिक को जीवनपर्यन्त फायदा हो.
विकास करना है तो यहाँ पर बहुत स्कोप है.
हमारी कलेक्टर बहुत ऊर्जावान एवं सकारात्मक सोच वाली है. निर्णय पुराने लिए गए निर्णयों को देख कर लेवे.
कृपया मेरी बात हमारे ओजस्वी मुख्य मंत्री एवं बीकानेर के अन्य विधायकों तक पहुँचाये.
मैं राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूँ पर विचार व्यक्त करने से रोक नहीं पाया.
CA सुधीश शर्मा
बीकानेर
