बीकानेर, 31 मई। साधुमार्गी जैन संघ के श्री सुधर्मा स्वामी के 82 वें पट्टधर के रुप में आचार्य प्रवर रामलालजी महाराज व बहुश्रुत वाचनाचार्य उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि आदिठाणा के सान्निध्य में आयोजित 10
दिवसीय परिवर्धनम् शिविर का समापन सोमवार को शाम सात बजे गंगाशहर के डागा पैलेस में होगा। शिविर में राजस्थान के विभिन्न जिलों के साथ छतीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात सहित देश के अनेक इलाकों से आए 500 से अधिक बालक-बालिकाएं हिस्सा ले रहे है।
श्री अखिल भारतवषीय साधुमार्गी जैन संघ के अहिंसा प्रचारक महेश नाहटा ने बताया कि शिविर समापन कार्यक्रम में पीपलिया कलां के पंकज शाह, संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र गांधी, पूर्व अध्यक्ष जयचंद लाल डागा, संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूनम चंद सुराणा आदि के आतिथ्य व सान्निध्य में होगा। नाहटा ने बताया कि परिवर्धनम का अर्थ है आगे बढ़ना, बढ़ाना, लक्ष्य को लेकर परम मंजिल को प्राप्त करना है। शिविर में आचार्य प्रवर रामलालजी के शिष्य मुनि व साध्वीवृंद नियमित बालक‘-बालिकाओं को जैन धर्म व संस्कृति का तत्वज्ञान, विनय, विवेक, सदाचार, शिष्टाचार, अनुशासन, स्वाध्याय, संयम, देव, गुरु व धर्म, अध्यात्म, परिवार, समाज व राष्ट्र के प्रति नैतिक व सामाजिक दायित्वों का बोध करवा रहे है।
स्मता युवा संघ के मंत्री हेमंत सिंगी ने बताया कि बच्चों की प्रतिभा के मानसिक, धार्मिक, आध्यात्मिक व शैक्षणिक और सामाजिक प्रतिभा के विकास क ेलिए यह ज्ञानवर्द्धक शिविर 24 मई को शुरू किया गया था। इस शिविर के माध्यम से बालक-बालिकाओं में अच्छे संस्कारों का पोषण, भारतीय संस्कृति के आदर्श मूल्यों से अवगत करवाने के लिए शुरू किया था। शिविर में 283 बालिकाएं-युवतियां व 234 बालक हिस्सा ले रहे है। इनके आवास व भोजन तथा शिक्षण-प्रशिक्षण की व्यवस्था साधुमार्गी जैन सेवा सश्री साधुमार्गी महिला मंडल, समता युवा संघ, समता बहु मंडल ने श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के आचार्यश्री, उपाध्याय प्रवर, संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों की प्रेरणा संभाल रखी है।