
अर्हम कार्यशाला का आयोजन
बीकानेर। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी मंजू प्रभा जी एवं शासन श्री साध्वी कुंथु श्री जी के सानिध्य में अर्हम कार्यशाला का आयोजन हुआ l साध्वी गुरुयशा जी, साध्वी प्रशम यशा जी, साध्वी आलोक प्रभा जी, साध्वी सम्यकत्व प्रभा जी ऋषभाय नमः का सुमधुर स्वरों में मंगलाचरण किया l गंगाशहर सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी विशद प्रज्ञा जी ने कहा हर व्यक्ति शक्तिशाली बनना चाहता है मनुष्य एक प्राणी है जो शक्ति का सर्वोत्कृष्ट विकास कर सकता है l अर्हम शक्तिवर्धक का साधन है साध्वी कुंथु श्री जी ने फरमाया मंत्र एक शक्ति है, ऊर्जा है, प्रतीक्षा है, साधना है, तितिक्षा है अर्हम से तात्पर्य शक्तिशाली, शक्ति प्रदाता बीज मंत्र है अर्हम से तात्पर्य
अ कुंडलिनी तेजस शक्ति का नाश
र अग्नि बीज व्यापक सत्ता का प्रतीक
ह आकाश बीज व्यापक सत्ता का प्रतीक
म नाद ज्ञान तंतु सक्रिय
अर्हम की ध्वनि से कवच का निर्माण होता है उपद्रवो का शमन, सृजन शक्ति का विकास, प्राण शक्ति के विकास में वृद्धि होती है l विधायक दृष्टिकोण का निर्माण होता है व्यवहार पक्ष में विषाद व हीन भावना को दूर किया जा सकता है l आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी ने मंत्र की शक्ति से परिचय करवाया स्वयं उन्होंने प्रयोग किए और लोगों के सामने प्रस्तुत किया मंत्र एक समाधान है
साध्वी सम्यकत्व प्रभा जी ने अर्हम की ध्वनि का प्रयोग करवाया l