कैदियों के जीवन में सुधार के प्रभावी परिणाम का माध्यम है ‘प्रिजन स्मार्ट कार्यशाला’
आर्ट ऑफ लिविंग कर रहा है देश भर की जेलों में कार्यशाला
बीकानेर। जेल में कैद बंदियों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने और उनके तन मन को स्वच्छ व स्वस्थ करने के आर्ट ऑफ लिविंग के अभियान “प्रिजन स्मार्ट कार्यशाला” के अंतर्गत देश भर के कारागृहों में विशेष शिविरों के आयोजन किए जा रहे हैं। आर्ट ऑफ लिविंग
ब्यूरो कम्यूकेशन के बीकानेर जोन के मीडिया समन्वयक गिरिराज खैरीवाल के मुताबिक संस्था के बीकानेर केंद्र के तत्वावधान में बीकानेर जेल में 9 से 16 अगस्त तक इस आठ दिवसीय वर्कशाप का आयोजन जोनल टीचर कॉआर्डिनेटर जितेंद्र सारस्वत के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस कार्यशाला में ज्ञान, ध्यान और योग के माध्यम से कैदियों को विभिन्न तरह के आयामों द्वारा स्वच्छ, स्वस्थ व तनाव मुक्त रहने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव जेल अधीक्षक अंतेश्वर व जेलर नरेश शुक्ला की मंचीय उपस्थिति के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया। इस कार्यशाला में प्रशिक्षिका शीला चौधरी, प्रशिक्षक जानकीवल्लभ सहित खुशाल खत्री इत्यादि ने विभिन्न तरह की जिम्मेदारियों व दायित्वों का निर्वहन किया। खैरीवाल ने बताया कि इस कार्यशाला में जेल में बंद सभी 65 कैदियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान भजन और सत्संग भी आयोजित किए गए।
यदि पहले ही ये शिविर अटेंड किया होता तो नहीं होता अपराध
कार्यशाला में सम्मिलित
कैदियों ने इस कार्यशाला को चमत्कृत करने वाली बताया तथा कहा कि यदि हमें इस तरह की कार्यशाला में भाग लेने का अवसर हमारे से अपराध कारित होने से पहले मिलता तो संभवतः हम अपराधी ही नहीं बनते। कुछ कैदियों ने बताया कि वे अब मस्त नींद का आनंद ले रहे हैं जबकि पहले उन्हें नींद बमुश्किल आती थी।
उत्साह जनक परिणाम को देखते हुए 23 से लगेंगे दो और शिविर
बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार देखकर आर्ट ऑफ लिविंग के बीकानेर केंद्र की ओर से महीने में दो बार केंद्रीय कारागृह में इन शिविरों का आयोजन किया जाएगा। पूर्व में भी ये आयोजन सफलता के साथ संस्था द्वारा किए जा चुके हैं। खैरीवाल के मुताबिक आगामी 23 अगस्त से केंद्रीय कारागृह में दो शिविर लगाए जाएंगे। एक शिविर कैदियों के लिए तथा एक शिविर कारागृह के पुलिस व अन्य कर्मचारियों के लिए लगाया जाएगा। गिरिराज खैरीवाल