बीकानेर जिला उद्योग संघ के प्रतिनिधिमंडल ने संभागीय आयुक्त नीरज के पवन से मुलाक़ात कर पंचायती राज मंत्री द्वारा जिला कलक्टर के साथ किये गये अभद्र व्यवहार की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का विरोध पत्र सौंपा | अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि पंचायती राज मंत्री रमेश चंद्र मीणा द्वारा सार्वजनिक मंच से जिला कलक्टर महोदय श्री भगवती प्रसाद कलाल के प्रति अशोभनीय व्यवहार एवं निम्न स्तर की टिप्पणी की गई | शालीनता की सभी सीमाओं को तोड़ते हुए जिले के मुखिया को कार्यक्रम से बाहर जाने तक का कहा गया | जबकि यहाँ यह भी उल्लेखित है कि जिला कलक्टर के उस समय जरूरी कॉल आई हुई थी जिसके कारण कलक्टर द्वारा मोबाइल का प्रयोग किया गया था | जिस पर भी मंत्री द्वारा आवेशित होकर पूरे ब्युरोकेसी सिस्टम पर टिप्पणी भी की गई | जबकि वर्तमान में बीकानेर में पदस्थापित ब्युरोकेसी जो कि पूरे जिले के विकास एवं सौन्दर्यकरण हेतु लामबंद है और जिला कलक्टर द्वारा नवाचार करते हुए डिजिटल शिक्षा के तहत पूरे जिले के सरकारी स्कूलों में टीवी का वितरण किया गया, बीकानेर के औद्योगिक विकास हेतु अनेक योजनाओं के माध्यम से नवाचार किये जा रहे हैं जिसके लिए जिला कलक्टर के नवाचारों की पूरे देशभर में प्रशंसा की जा रही है और ऐसी अफसरशाही पर मंत्री द्वारा ब्युरोकेसी पर उंगली उठाना अफसरशाही को हतोत्साहित करने वाला कृत्य है जिसको बीकानेर के उद्योगपति एवं व्यापारी वर्ग द्वारा बिलकुल सहन नहीं किया जाएगा | बीकानेर जिला उद्योग संघ मंत्री द्वारा जिले के विकास को समर्पित जिला कलक्टर पर सार्वजनिक रूप से की गई ऐसी टिप्पणी की निंदा करता है और मंत्री से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने की मांग करता है अन्यथा बीकानेर जिला उद्योग संघ इस कृत्य के लिए आन्दोलन की राह चुनने को मजबूर हो जाएगा | इस अवसर पर सचिव वीरेंद्र किराडू, उपाध्यक्ष नरेश मित्तल, शिवरतन पुरोहित, डॉ. प्रकाश ओझा, महावीर दफ्तरी, विपिन मुसरफ, आर के जाजडा आदि उपस्थित हुए |